विपक्ष द्वारा संसद की स्वस्थ परम्पराओं को तोड़ना शर्मनाक: धूमल

punjabkesari.in Wednesday, Jul 21, 2021 - 10:04 PM (IST)

हमीरपुर (राजीव): मुद्दाविहीन विपक्ष द्वारा देश विरोधी ताकतों के प्रभाव में तथ्यहीन आरोप लगाकर संसद की स्वस्थ परंपराओं को तोड़ना बेहद शर्मनाक है। मानसून सत्र के प्रारंभ में संसद में हुए विपक्ष के हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि विघटनकारी और अवरोधक देश विरोधी ताकतों को भारत का आत्मनिर्भर बनते हुए विकास की राह पर आगे बढ़ना रास नहीं आ रहा है।

धूमल ने कहा कि संसद सत्र की कार्यवाही को निर्बाध और निर्विघ्न संपन्न कराने में योगदान देने की बजाय उसमें बाधा डालकर विपक्ष अस्थिरता और अराजकता का माहौल पैदा करना चाहता है। देश के लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए मानसून सत्र से ठीक पहले एक रिपोर्ट कुछ वर्गों द्वारा केवल एक ही उद्देश्य के साथ फैलाई गई है कि कैसे भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जाए और अपने पुराने प्रोपोगैंडा के तहत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित किया जाए। इसी आधार पर सारा हंगामा किया गया है।

धूमल ने कहा कि जब प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा में अपनी नई मंत्रिपरिषद का परिचय करवाने के लिए उठे जो संसद की एक पुरानी व समृद्ध परंपरा है तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने दोनों सदनों के वैल में आकर सदन की कार्यवाही को बाधित कर संसद की स्वस्थ और वर्षों पुरानी परम्परा को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सहित तमाम देश विरोधी ताकतों के किसी भी तरह के झूठे प्रोपोगैंडे से निपट कर मोदी सरकार आगे बढ़ती रहेगी। कुंठित विपक्ष की देश और सरकार को अस्थिर करने की कुत्सित मंशाएं कभी पूरी नहीं होंगी। जनता समय आने पर उन्हें फिर से जवाब देगी।


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Vijay

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