यहां अल्ट्रासाउंड न हो पाने पर गर्भवती महिलाएं परेशान

Sunday, Jan 06, 2019 - 01:54 PM (IST)

सोलन: क्षेत्रीय अस्पताल में पिछले 3 दिनों से कोई भी अल्ट्रासाऊंड नहीं हो रहे हैं। इसके चलते गर्भवती महिलाओं व अन्य रोगियों को भटकना पड़ रहा है। वीरवार से लेकर शनिवार को भी गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाऊंड बाहर से करवाने पड़े या फिर उन्हें मंगलवार को बुलाया गया है। इसमें भी अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। गौरतलब है कि अल्ट्रासाऊंड करने के लिए प्रयोग होने वाली जैली पिछले 3 दिनों से समाप्त हो चुकी है। जैली समाप्त होने से पहले ही इसके लिए रेडियोलॉजी विभाग ने अस्पताल प्रशासन से इसे मंगवाने के लिए आग्रह किया था लेकिन समय पर जैली न मिलने के कारण अल्ट्रासाऊंड होना बंद हो गए। पिछले 3 दिनों से जैली न होने के कारण अल्ट्रासाऊंड ही नहीं हो पा रहे हैं।

इसके कारण यहां दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। गर्भवती महिलाओं को इसके लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय अस्पताल में सोलन के दूरदराज क्षेत्रों से लेकर सिरमौर व शिमला जिलों से भी लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निर्भर हैं। बाहर से करवा लोजिला के कुठाड़ क्षेत्र से आई सपना व उनके पति सोनू ने बताया कि चिकित्सक ने उन्हें अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए लिखा है लेकिन जब वह अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए गए तो उसे मना कर दिया गया। उन्हें कहा गया कि वह मंगलवार को आए या फिर बाहर से अल्ट्रासाऊंड करवा ले। सोनू ने बताया कि वह इतनी दूर से समय निकालकर व पैसे खर्च करके आए हैं और यहां आने पर उनकी पत्नी का अल्ट्रासाऊंड नहीं हो पाया। इसी तरह जिसे भी अल्ट्रासाऊंड के लिए लिखा जा रहा था, उन्हें यही उत्तर मिल रहा था।

राजगढ़ के जोगिंद्र भी अपनी पत्नी को लेकर अल्ट्रासाऊंड करवाने गए थे लेकिन उन्हें भी इसके लिए मना कर दिया गया, जिसके चलते उन्हें निजी क्लीनिक से अल्ट्रासाऊंड करवाना पड़ा। ऐसे में अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होते हैं। प्रदीप कुमार का कहना है कि सरकार गर्भवती महिलाओं को सभी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवा रही है और यदि यह सुविधा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो अस्पताल प्रशासन पर ही इसे नि:शुल्क बाहर से करवाने की जिम्मेदारी भी है। सोलन अस्पताल में न तो अंदर अल्ट्रासाऊंड हो पा रहे हैं और न ही अस्पताल प्रशासन इसे बाहर से करवाने के लिए प्रबंध कर पा रहा है। ऐसे में लोगों को स्वयं बाहर से अल्ट्रासाऊंड करवाने पड़ रहे हैं या फिर शिमला या चंडीगढ़ का रुख करना पड़ रहा है। इससे सरकार की योजनाओं का लाभ भी आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

kirti