अस्पताल के गेट पर दर्द से तड़पती रही गर्भवती महिला, समय पर उपचार न मिलने से एक बच्चे की मौत

Friday, May 10, 2019 - 10:40 PM (IST)

ऊना (विशाल): क्षेत्रीय अस्पताल में गर्भवती महिला को समय पर उपचार न मिलने का मामला एक बार फिर से सामने आया है। महिला अस्पताल के गेट पर ही दर्द से तड़पती रही और उसको इलाज नहीं दिया गया। लोगों के हंगामे के बाद महिला को लेबर रूम में ले जाया गया जहां उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया और इनमें से एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं दूसरे बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। चिकित्सकों ने दूसरे बच्चे को गंभीर हालत में पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर कर दिया है लेकिन जच्चा और बच्चा दोनों ही क्षेत्रीय अस्पताल में उपचाराधीन हैं। पत्नी को सही समय पर उपचार न मिलने का आरोप जड़ते हुए पति ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया।

बाबा बालक नाथ मंदिर माथा टेकने जा रहा था परिवार

जानकारी के अनुसार पंजाब के माहिलपुर का ईश्वर सिंह अपनी गर्भवती पत्नी व 2 बच्चों सहित बाइक पर सवार होकर बाबा बालक नाथ मंदिर माथा टेकने जा रहा था। इसी बीच उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उसको क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उसे तुरंत प्रभाव से पी.जी.आई. रैफर किया गया लेकिन दर्द से कराह रही ईश्वर सिंह की गर्भवती पत्नी कभी आपातकालीन कक्ष, कभी लेबर रूम तो कभी अस्पताल के बाहर लेटती रही।

हंगामे के बाद हरकत में आया अस्पताल प्रशासन

उधर, मदद की गुहार लगाता पति इधर-उधर भटकता रहा। कोई भी मदद न मिल पाने पर ईश्वर सिंह ने स्थानीय लोगों से बात की, जिसके बाद हुए हंगामे को लेकर अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और महिला को लेबर रूम में ले गए। क्षेत्रीय अस्पताल के एम.एस. डा. विनोद चौधरी ने बताया कि गर्भवती महिला का मामला उनके ध्यान में आया था और उसको उपचार क्यों नहीं मिला इसके कारणों का पता किया जाएगा।

Vijay