एंबुलेंस तक पहुंचने में नाकामयाब रही गर्भवती, तो जंगल में करवा दी डिलीवरी

Sunday, Nov 05, 2017 - 11:19 AM (IST)

नाहन (सिरमौर): नाहन में एक बार फिर 108 एंबुलेंस कर्मियों ने गर्भवती महिला की सफल डिलीवरी करवाई है। एंबुलेंस कर्मियों को महिला की जंगल में ही डिलवरी करवानी पड़ी क्योंकि वो एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पा रही थी। महिला की प्रसव पीड़ा इतनी बढ़ गई थी कि उसकी जंगल में डिलीवरी करवानी पड़ी। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।


एंबुलेंस से महिला 700 मीटर की दूरी पर थी 
मामला धारटीधार इलाके की पंजाहल पंचायत के कैलाश गांव का है। जानकारी के मुताबिक पंजाहल पंचायत के कैलाश गांव से शनिवार सुबह करीब 9 बजे एंबुलेंस को फोन आया। डिलीवरी का मामला होने के कारण ईएमटी विक्रांत पुंडीर और पायलट देवेंद्र ने देरी किए बगैर 10:15 बजे कैलाश गांव के साथ सड़क पर एंबुलेंस को पहुंचा दिया। मरीज के तीमारदारों से संपर्क साधने पर पता चला कि मरीज सड़क से महज 700 मीटर की दूरी पर है। इसके बाद एंबुलेंस कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। प्रसव से कराह रही महिला आशा ने एंबुलेंस तक जाने से इनकार कर दिया। 


महिला ने बेटे को दिया जन्म
ईएमटी विक्रांत पुंडीर ने बताया कि गर्भवती महिला सड़क तक नहीं पहुंच पा रही थी। लिहाजा, वह मौके पर पहुंचे। तबीयत ज्यादा बिगड़ती देख महिला को वहीं प्रसव करवाना पड़ा। कैलाश गांव के मस्त राम की पत्नी आशा ने 10:25 पर बेटे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि जज्चा-बच्चा स्वस्थ हैं और अपने घर लौट गए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी 108 एंबुलेंस कर्मी रोहतांग पास पर 13050 फीट पर भी सफल डिलीवरी करवा चुके हैं।