12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा का पेपर हुआ लीक, सीलबंद लिफाफे में निकले बिजनैस स्टडी के प्रश्न पत्र

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 10:21 AM (IST)

सोलन (नरेश पाल): राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.) सोलन की कथित लापरवाही के चलते प्रदेश में शनिवार (7 दिसम्बर) से शुरू हुई जमा दो की प्री-बोर्ड परीक्षा में बिजनैस स्टडी का पेपर ही लीक हो गया। राजनीतिक शास्त्र के सीलबंद लिफाफे में बिजनैस स्टडी के प्रश्न पत्र निकले। आर्ट्स के विद्यार्थियों को यह प्रश्न पत्र वितरित कर दिए गए। एस.सी.ई.आर.टी. की इस बड़ी चूक का खुलासा होने पर आनन-फानन में विद्यार्थियों से बिजनैस स्टडी के प्रश्न पत्र वापस ले लिए गए। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्र सोलन सहित प्रदेश के कई स्कूलों से इस प्रकार की शिकायतें मिली हैं।

प्रदेश में शनिवार को 10वीं व जमा दो की प्री-बोर्ड परीक्षा शुरू हुई। कॉमर्स के छात्रों का लेखाकार व आर्ट्स का राजनीतिक शास्त्र का पेपर था। राजकीय वरिष्ठ छात्र माध्यमिक पाठशाला सोलन में राजनीतिक शास्त्र की परीक्षा कुल 45 छात्र दे रहे थे। परीक्षा हाल में एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा भेजे गए प्रश्न पत्र के सीलबंद लिफाफे को खोला गया। इसमें कुल 45 प्रश्न पत्र थे। अभी 21 प्रश्न पत्र ही वितरित किए थे कि उसके बाद बिजनैस स्टडी के प्रश्न पत्र बंटने शुरू हो गए। छात्रों ने जैसे ही इस मामले को ध्यान में लाया तो जांच करने पर पता चला कि एस.सी.ई.आर.टी. ने सीलबंद लिफाफे में राजनीतिक शास्त्र के कुल 21 ही प्रश्न पत्र डाले थे जबकि 24 प्रश्न पत्र बिजनैस स्टडी के थे। राजनीतिक शास्त्र के 24 प्रश्न पत्र कम होने के कारण स्कूल प्रशासन ने आनन-फानन में प्रश्न पत्र फोटोस्टेट करवाकर छात्रों में वितरित किए, फिर जाकर परीक्षा शुरू हुई जबकि बिजनैस स्टडी के पेपर सील कर दिए।

प्रदेश के कई अन्य स्कूलों से भी इस प्रकार के मामले सामने आए हैं। यहां पर विदित रहे कि एस.सी.ई.आर.टी. सोलन द्वारा यह परीक्षा करवाई जा रही है। प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की तर्ज पर ही एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं। इसमें 12वीं व 10वीं के प्रश्न पत्र 80 फीसदी सिलेबस में से सैट किए गए हैं। इस परीक्षा का उद्देश्य बोर्ड की वाॢषक परीक्षा के लिए छात्रों को मानसिक रूप से तैयार करने के अलावा मार्च में होने वाली बोर्ड की परीक्षा के लिए उनकी तैयारियों का आकलन करना भी है। इस परीक्षा के प्रश्न पत्र सैट करने से लेकर प्रदेश में सभी 2,377 स्कूलों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी एस.सी.ई.आर.टी. की ही थी। यही कारण है कि इसकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।


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kirti

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