प्रशासन की दो टूक, 1 अक्तूबर से डिफाल्टरों का कटेगा बिजली-पानी

Tuesday, Sep 18, 2018 - 03:25 PM (IST)

शिमला (वंदना): नगर निगम 1 अक्तूबर से शहर में दुकानों का किराया, भूमि की लीज मनी का भुगतान नहीं करने वाले डिफाल्टरों का बिजली पानी काट देगा। प्रदेश हाईकोर्ट ने एक तारीख से डिफाल्टरों को बिजली पानी काटने के आदेश निगम को दिए हैं। इसके तहत प्रशासन ने साफ दो टूक शब्दों में फरमान जारी किया है कि जिन्होंने ने सालों से निगम की संपत्तियों का किराया व भूमि की लीज मनी जमा नहीं करवाई है। ऐसे डिफाल्टरों का बिजली पानी काट दिया जाएगा, इसको लेकर नगर निगम डोर टू डोर जाकर डिफाल्टरो को नोटिस थमा रहा हैं। प्रशासन ने 30 सितम्बर तक का अल्टीमेटम दिया है इसके बाद एक अक्तूबर से बिजली पानी के कनैक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी निगम हाईकोर्ट के आदेशों के तहत यह कार्रवाई अमल में लाएगा। 

प्रशासन का कहना है कि अब तक 455 डिफाल्टरों को नोटिस थमा दिए गए है जबकि 19 डिफाल्टरों द्वारा अब तक निगम को पैसा जमा करवा दिया गया है इनसे निगम को 7 लाख 85 हजार 861 रुपए की वसूली की गई है जबकि 152 पट्टाधारकों को  नगर निगम ने अपनी भूमि लीज पर दी है इसमें से 53 डिफाल्टरों को नोटिस जारी कर दिए है जबकि 5 डिफाल्टरों ने निगम को अब तक 2448 रुपए जमा करवाए हैं। निगम आयुक्त पंकज राय ने कहा है कि डिफाल्टर निर्धारित समय के भीतर बकाया राशि जमा करवा दे इसके बाद उनका बिजली पानी काट दिया जाएगा।

एम.सी को करनी है 6 करोड़ 32 लाख की रिकवरी
शहर में कुल 900 डिफाल्टर है जिनसे निगम को 6 करोड़ 32 लाख रुपए की रिकवरी करनी है इसके लिए निगम ने प्रक्रिया तेज कर दी हैं। निगम को बकाया राशि का भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया हैं। शहर में निगम की कुल 1100 संपतियों दुकानें, स्टाल है जिसे निगम ने किराए पर दे रखा है, लेकिन सालों से निगम को पट्टाधारकों ने किराया नहीं चुकाया है जिससे अब डिफाल्टरों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही हैं। 

Ekta