आजादी के 72 वर्ष बीत जाने के बाद भी गरीब के घर नहीं जला चिराग

Saturday, Jul 13, 2019 - 11:23 AM (IST)

सिरमौर(प्रेम वर्मा) : सिरमौर जिले के विकासखंड पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाली निर्मल पंचायत अंबोया के अंतर्गत चिलोई गांव के गरीब घर की दास्ता के आगे सब दरवाजे बंद हो गए है। जहां हरदयाल सिंह का एक मात्र ऐसा घर है जो बिजली की सुविधा से वंचित है। बता दें कि परिवार दीपक के तले जीवन बिताने को मजबूर हो रहा है। इस भागम भाग में हरदयाल ने अनेकों प्रयास किए। परन्तु उनके प्रयास सभी विफल रहे। इस सप्ताह में उसने पिता का भी देहात हो गया और उन्हें बिजली की सुविधा से वंचित रहना पड़ा।

बता दें कि वह घर का इकलौता चिराग है जो बिजली विभाग के चक्कर काटे या अपना पेट पालने के लिए दिहाड़ी मजदूरी करे। वह गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आता है और साथ ही अनुसूचित जाती से सम्बन्ध रखता है। परंतु शासन प्रशासन द्वारा इस गरीब की आवाज को नहीं सुन रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसने कई बार विभागों के चक्कर काटें है परन्तु उसे सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। उसके घर में कोई भी चिराग नहीं जलाया गया।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 तक सभी के घर में विद्युत पहुंचाने का लक्ष्य रखा है वह भी पूरा नहीं हो पा रहा है। इस गरीब के घर तक बिजली नहीं पहुंच पाई बल्कि फाइलों में ही दफन हो गई। इसके घर में कोई भी चिराग नहीं ला सका। नेता राजनेता चुनावी रोटिया सेकने के लिए इस व्यक्ति को वोट मांग कर व इसके काम कराने का लालच तो दे देते हैं परंतु इसकी छोटी सी मदद करने में विफल रह जाते हैं। अम्बोया पंचायत के लिए 20 बिजली के कनेक्शन स्वीकृत हुए थे। जिसमें इस परिवार का भी चयन होना था। मगर शायद नेताओं को इस गरिब का घर नजर नहीं आया।

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