धर्मशाला में बंद कमरे में हुआ कांग्रेस की हार का पोस्टमार्टम, बाहर सुधीर व कर्ण समर्थक उलझे

Wednesday, Dec 04, 2019 - 08:29 PM (IST)

धर्मशाला (नितिन): धर्मशाला उपचुनाव में करारी हार के कारण ढूंढने पहुंची कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने धर्मशाला कांग्रेस की गुटबाटी एक बार फिर साफ नजर आई। कमेटी के सदस्य पूर्व विधायक कुलदीप सिंह पठानिया और अजय महाजन एक तरफ सर्किट हाऊस में बंद कमरे में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की बात सुन रहे थे, वहीं बाहर पार्टी प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा के समर्थकों ने हार के लिए एक-दूसरे पर दोषारोपण शुरू कर दिया, जिस कारण कुछ समय के लिए दोनों खेमों में तीखी नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान कर्ण ने अपने समर्थकों को शांत किया, जिससे दोनों खेमों में बड़ा टकराव टल गया।

कोटली की गैर-मौजूदगी में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने सुनी बात

कमेटी के अध्यक्ष एवं प्रदेश सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली अपनी माता की खराब सेहत के चलते धर्मशाला नहीं पहुंच सके। कोटली की गैर-मौजूदगी में कुलदीप पठानिया और अजय महाजन ने बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे कार्यकर्ताओं से मुलाकात का सिलसिला शुरू किया। सुधीर खुद तो बैठक में नहीं आए लेकिन उनके समर्थक सुबह ही सर्किट हाऊस पहुंच गए थे। कमेटी सदस्यों ने सुधीर और कर्ण समर्थकों से बंद कमरे में अलग-अलग मुलाकात कर उनकी बात सुनी।

सुधीर समर्थकों ने हाईकमान को लिखे पत्र कमेटी को सौंप

सूत्रों के अनुसार सुधीर समर्थकों ने उपचुनाव में हार के लिए कमजोर प्रत्याशी, पार्टी विरोधियों को तवज्जो और वरिष्ठ नेताओं द्वारा उन्हें विश्वास में न लेने को जिम्मेदार ठहराया। सुधीर समर्थकों ने हाईकमान को लिखे पत्र भी कमेटी को सौंपे, वहीं विजय इंद्र कर्ण ने सुधीर पर पार्टी से गद्दारी का आरोप लगाते हुए भितरघात के सबूत कमेटी सदस्यों को सौंपे। सूत्र बताते हैं कि सभी कार्यकर्ताओं ने कमेटी सदस्यों के समक्ष धर्मशाला में पार्टी की हालत बदतर होने की बात स्वीकार की। वहीं मेयर देवेंद्र जग्गी, पार्षद सविता कार्की, मीनू शर्मा, पूर्व मेयर रजनी ब्यास, शहरी कांग्रेस के पूर्व प्रधान आर.पी. चोपड़ा, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष राजेश कपूर, पूर्व युकां अध्यक्ष अक्षित मैनी, वरिष्ठ नेता रामस्वरूप शर्मा, दिग्विजय पुरी, सुरेश पप्पी व अरुण बिष्ट आदि ने उपचुनाव में हार को लेकर अपनी बात रखी।

कमेटी सदस्यों पर भी उठा सवाल

बैठक के दौरान कुछ कांग्रेसियों ने यह मुद्दा उठाया कि कमेटी के दोनों सदस्य उपचुनाव के दौरान धर्मशाला में मौजूद थे व पार्टी की हार के कारणों से वे पहले ही वाकिफ हैं। इस पर कमेटी सदस्य कुलदीप पठानिया ने कहा कि उपचुनाव में हाईकमान ने उनकी ड्यूटी धर्मशाला में लगाई थी व हार के कारण ढूंढने की जिम्मेदारी भी उन्हें मिली है। उन्होंने मतदान से एक दिन पहले रक्कड़ में सुधीर के निवास पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के सवाल पर कहा कि वह यह देखने गए थे कि सुधीर अपने समर्थकों को क्या संदेश देते हैं।

सुधीर पार्टी से ऊपर नहीं, निष्कासित हों : कर्ण

धर्मशाला उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण ने हार के लिए पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा को जिम्मेदार ठहराते हुए हाईकमान से सुधीर को निष्कासित करने की मांग की है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सुधीर शर्मा ने पार्टी के अंदर रहकर पार्टी से गद्दारी की है। उपचुनाव में सुधीर ने भाजपाइयों को पार्टी में शामिल करवाकर उनके खिलाफ काम करवाया। हाईकमान पूर्व मंत्री को पार्टी से बाहर कर कार्यकर्ताओं को एक कड़ा संदेश दे कि कोई भी नेता चाहे कितने भी बड़े पद पर क्यों न हो, वह पार्टी से ऊपर नहीं है। उन्होंने कहा कि कमेटी सदस्यों को उपचुनाव में सुधीर व उनके समर्थकों द्वारा किए गए पार्टी विरोधी काम के सबूत सौंपे हैं। अब फैसला हाईकमान को लेना है।

कर्ण ने पार्टी विरोधियों को गले लगाया : सुधीर समर्थक

वहीं सुधीर समर्थक खेमे ने विजय इंद्र कर्ण के आरोपों को खारिज करते हुए कमेटी को सौंपी रिपोर्ट में कर्ण पर उन्हें विश्वास में न लेने और अनुशासनहीनता के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कपूर सहित पूर्व ब्लाक पदाधिकारियों ने कहा कि उपचुनाव के दौरान ब्लॉक प्रभारी व ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियों को पूरी तरह दरकिनार किया गया। बिना किसी रणनीति के कांग्रेस नेता प्रचार में उतरे और 2017 के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ आजाद उतरे उम्मीदवारों को जिम्मेदारियां सौंपी जिस कारण धर्मशाला में पहली बार पार्टी की जमानत तक जब्त हुई।

गुटबाजी ने डुबोई पार्टी की नैया : पठानिया

फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य कुलदीप पठानिया व अजय महाजन ने कहा कि उन्होंने सुधीर व कर्ण समर्थकों की बात सुनी है। वहीं ब्लॉक के कुछ तटस्थ नेताओं ने भी अपनी बात रखी है। दोनों खेमों ने एक-दूसरे को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है। एक बात तो साफ है कि धर्मशाला में गुटबाजी से पार्टी की हालत बेहद कमजोर हुई है। कमेटी अध्यक्ष गुरकीरत सिंह कोटली से चर्चा कर 2-3 दिन में रिपोर्ट हाईकमान को सौंप दी जाएगी।

Vijay