Watch Video: 36 साल की परंपरा निभाने यहां आए 85,000 विदेशी मेहमान

Wednesday, Dec 21, 2016 - 03:51 PM (IST)

कांगड़ा: सर्दी का मौसम शुरू होते ही अंतर्राष्‍ट्रीय वेटलैंड्स रामसर साइट पौंग झील में विदेशी परिंदों का आना शुरू हो गया है। करीब 82 प्रजातियों के पचासी हजार परिंदे पौंग झील में अपना डेरा जमा चुके हैं। जैसे-जैस सर्दियां बढ़ेगी, विदेशी मेहमानों का आंकडा भी बढ़ता जाएगा। वाइल्ड लाइफ विभाग कि माने तो नॉर्दन पिनटेल, लिटिल कर्मों नेट, कॉमन टेल, कॉमन कूट और लिटिल अग्रेट पक्षियों की सबसे ज्यादा संखया पाई जाती है। इनके इलावा लिटल ग्रेव, ग्रेट कर्मो नेंट, इंडियन पोंड हीरोइन प्रजाति के विदेशी मेहमान भी देखे जाते हैं। आर ओ वाइल्ड लाइफ हेम राज धीमान के अनुसार  हर साल अक्टूबर से मार्च महीने के दौरान 95 से ज्यादा प्रजातियां पौंग डैम का रुख करते हैं। पिछले साल एक लाख से ज्यादा परिंदे आते हैं।


विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए इंतजाम
आर ओ वाइल्ड लाइफ ने कहा के इनका अवैध शिकार न हो इसके लिए विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए स्पेशल टीमें गठित की गई हैं। क्योंकि इनका शिकार मांस के लिए भी खूब किया जाता है। ये प्रजातियां सर्दियों के मौसम में नीदरलैंड, साइबेरिया व अन्य देसों से पौंग झील में आते हैं। इनके आने से पूरी झील गुलजार हो जाती है। 1984 में पहली बार प्रवासी पक्षियों का आना शुरू हुआ था। तब सितम्बर से फरवरी तक 10 हजार के करीब प्रवासी पक्षियों के पहुंचने का खुलासा हुआ था। लगभग 307 वर्ग किलोमीटर मे फैली पोंग झील मे भोजन तथा उप्जुक्त जलवायु के चलते साल दर साल यहां आने वाले प्रवासी परिंदों की संख्या हर साल बढ़ती गई।