राजनीतिक इशारे पर पुलिस ने की रायजादा को फंसाने की नाकाम कोशिश : राणा (Video)

Thursday, Aug 15, 2019 - 05:03 PM (IST)

ऊना(विशाल): जिला ऊना पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते ऊना के विधायक सतपाल रायजादा को फंसाने की नाकाम कोशिश कर रही है। इससे पहले भी आशा कुमारी सहित अन्य कांग्रेस विधायकों के खिलाफ प्रदेश की पुलिस भाजपा सरकार की शह पर ऐसे कृत्यों को अंजाम दे चुकी है। इन मामलों को विधानसभा सत्र में जोर शोर से उठाया जाएगा। यह बात ऊना में पत्रकार वार्ता करते हुए सुजानपुर के विधायक राजेन्द्र राणा ने कही।

उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले के बारे में पता किया है।इस मामले को राजनीतिक रंगत देने का प्रयास किया जा रहा है। पेखूबेला में जब विधायक की गाड़ी में स्टाफ संतोषगढ़ जाते हुए रूका तो एक व्यक्ति से कुछ लोग मारपीट कर रहे थे। सिविल ड्रैस में पुलिस कर्मी थे तो उनकी पहचान किस आधार पर हो सकती थी? राणा ने कहा कि पुलिस को शराब के साथ पकड़े व्यक्ति को पीटने का अधिकार कैसे मिला? मारपीट में बीचबचाव करना इंसानियत का काम था और इसमें पुलिस को अपने कार्य में बाधा कैसे महसूस हुई? राजेन्द्र राणा ने कहा कि पुलिस ने विधायक रायजादा के स्टाफ को गाड़ी छोड़ कर स्वयं जाने के लिए क्यों कहा? क्या गाड़ी में शराब प्लांट करने का पुलिस का इरादा था?

उन्होंने कहा कि विधायक के स्टाफ के घर छापामारी के लिए दर्जनों पुलिस कर्मियों के पहुंचने का क्या औचित्य था? राणा ने कहा कि कई ऐसे विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें भाजपाई रेत का कारोबार कर रहे हैं और बेरोक-टोक हिमाचल से बाहर गाड़ी निकलवाने का दम भर रहे हैं। माफिया पूरे प्रदेश में भाजपा के संरक्षण में पल रहा है और उसके खिलाफ आवाज उठाने वालों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासनिक तंत्र का सहारा लिया जा रहा है। रायजादा के मसले में भी यही हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया को भाजपा के समर्थन और ऊना का यह प्रकरण विधानसभा में जोरशोर से उठाया जाएगा।

Edited By

Simpy Khanna