पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े में 2 और गिरफ्तार, एक ने ज्वाली थाने में किया आत्मसमर्पण

Friday, Aug 16, 2019 - 11:42 PM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): पुलिस कांस्टेबल भर्ती फर्जीवाड़े में वीरवार को 2 अन्य आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जिनकी पहचान प्रतीक गुलेरिया निवासी गगेहड़ (ज्वाली)व साहिल कुमार निवासी दरकाटी के रूप में हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े में एसआईटी के गठन के बाद विभिन्न राज्यों में टीमों की दबिश के चलते फर्जीवाड़े में संलिप्त प्रतीक गुलेरिया बीते रविवार को यहां से दिल्ली भाग गया था। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई के बाद वीरवार को प्रतीक ने ज्वाली थाने में आकर आत्मसमर्पण कर दिया, जिस पर पुलिस ने उसे व उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया।

नकल की गुंजाइश न होने वाली परीक्षाओं में भी करवाई नकल

पुलिस विभाग इस फर्जीवाड़े की कड़ी दर कड़ी जोड़कर लगातार दूसरे राज्यों में छापेमारी कर रहा है, जिसमें पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिसमें देश में हुई विभिन्न भर्तियों में इन गिरोहों की संलिप्तता पाई गई है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह इतना हाईटैक है कि इन्होंने कई ऐसी परीक्षाओं में नकल करवाई है, जिसमें नकल की कोई भी गुंजाइश न हो। पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े के बाद अभी भी लगातार एसआईटी की 6 टीमें आरोपियों की धरपकड़ कर रही हैं, जिसमें हरियाणा व यू.पी. में हाईटैक गिरोहों की सब ब्रांचों में पुलिस दबिश दे चुकी है।

मुख्य आरोपी नहीं चढ़ा पुलिस के हत्थे

पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े में मुख्य आरोपी विक्रम अभी भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है लेकिन पुलिस लगातार उसके सुरागों के आधार पर दबिश दे रही है। इस गोरखधंधे में यह गिरोह इतना पैसा बना चुका है जिसके चलते सरगना अपने ठिकाने-दर-ठिकाने बदल रहे हैं। अब तक पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े मामले में 24 आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमें 21 आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया और उनमें से 8 को पुलिस रिमांड मिला है जबकि अन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

7 से अधिक खुली हैं ब्रांचें

अब तक की जांच में यह सामने आया है कि यह नैटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है। देश में हुई कई परीक्षाओं में दूसरों की जगह सॉल्वर भेजने में भी इस नैटवर्क  का रोल सामने आया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में अब तक इस नैटवर्क की 7 से अधिक ब्रांचें मिली हैं जिनके जरिए यह गिरोह पूरे देश में अपना नैटवर्क चला रहा था और नौकरी के चाहवान बेरोजगारों से पैसे ऐंठ रहा था। प्रारंभिक जांच के बाद यह भी पता लगा है कि इन 7 ब्रांचों की आगे कई सब ब्रांचें खुली हुई हंै जिनके जरिए गिरोह ऐसे अभ्यर्थियों को तैयार करता था जोकि दूसरों की जगह पेपर देने में सक्रिय थे।

एसपी कार्यालय में होगी युवक के आरोपों की जांच

सोशल वैबसाइट में 2 दिनों से वायरल न्यूज का संज्ञान लेते हुए एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने फतेहपुर के युवक कर्ण सिंह को एसपी कार्यालय में बुलाया है ताकि उसके लगाए आरोपों की जांच हो। बता दें कि फतेहपुर उपमंडल के निवासी कर्ण सिंह ने दावा किया था कि धर्मशाला में आयोजित की गई कांस्टेबल भर्ती में उसने भी भाग लिया था जिसमें उसने शारीरिक दक्षता पास कर ली थी, किन्तु इसके बावजूद भी उसे एडमिट कार्ड नहीं दिया गया। जब उसने इसकी जांच पड़ताल की तो उसे पता चला कि उसकी आईडी और चैस्ट नंबर पर किसी और को ही एडमिट कार्ड दे दिया गया है।

अब तक 24 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

एसएसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि पुलिस फर्जीवाड़े मामले में आरोपियों की धरपकड़ जारी है और अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस कड़ी दर कड़ी अपनी जांच बढ़ा रही है और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।

Vijay