पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा : 9 जवानों की उत्तरपुस्तिकाओं की होगी जांच

Monday, Feb 03, 2020 - 10:58 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी विक्रम चौधरी की शिनाख्त पर पुलिस में सेवाएं दे रहे 9 जवानों की लिखित परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं की दोबारा जांच होगी। विशेषज्ञों द्वारा इन उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की जाएगी, जिसमें आरोपियों के हस्ताक्षरों की जांच की जाएगी, साथ ही पुलिस परीक्षा फर्जीवाड़े की जांच को पहले से गठित स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (एसआईटी) को दोबारा गठित किया गया है। इसमें डीएसपी पालमपुर अमित कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी मामले के अब तक गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ करेगी। टीम द्वारा एक सप्ताह तक आरोपियों से पूछताछ एवं मामले के जुड़े अन्य साक्ष्यों की जांच की जाएगी।

गौरतलब है कि पुलिस परीक्षा फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी विक्रम चौधरी ने पुलिस पूछताछ में पुलिस की विभिन्न बटालियनों में तैनात 9 जवानों को फर्जी तरीके से पास करवाने की बात कबूल की थी, जिसके बाद पुलिस द्वारा पुलिस थाना धर्मशाला, भवारना तथा पालमपुर में सुशील निवासी लुधियाड़ ज्वाली, विनोद कुमार निवासी फारियां तहसील ज्वाली, संदीप सिपहिया निवासी सरोला तहसील ज्वाली, रिक्की चौधरी निवासी सियाल तहसील फतेहपुर, संपत निवासी सियाल तहसील फतेहपुर, रवि निवासी लुधियाड़ तहसील ज्वाली, मनजीत सिंह निवासी लुधियाड़ तहसील ज्वाली, मुकेश निवासी लुधियाड़ तहसील ज्वाली व अमरजीत निवासी फारियां तहसील ज्वाली पर धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई हैं।

इस जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस द्वारा अब उक्त 9 जवानों की लिखित परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करवाई जाएगी। पुलिस अब विशेषज्ञों की मदद से फर्जीवाड़े से भर्ती हुए आरोपी पुलिस जवानों की लिखित परीक्षा उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करवाएगी, जिसमें आरोपियों के हस्ताक्षर व उत्तरपुस्तिका एवं हाजिरी रजिस्टर के किए गए हस्ताक्षरों का मिलान किया जाएगा। अगर हस्ताक्षरों के विभिन्नता पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि आरोपी विक्रम ने 2012 में 1, 2015 में 2 और 2017 में हुई पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा में 6 युवाओं को हाईटैक नकल और दूसरे व्यक्ति से पेपर दिलाकर पास करवाया था। वहीं एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि एसआईटी को एक सप्ताह तक मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही जांच टीम को रिपोर्ट सीध पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजने को कहा गया है।

Vijay