आमरण अनशन पर बैठे महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष को जबरन उठा ले गई पुलिस, जानिए क्यों

Thursday, Sep 07, 2017 - 11:14 PM (IST)

चम्बा: चम्बा में वीरवार शाम को जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर आमरण अनशन पर बैठे अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजिंद्र कुमार को जबरन हड़ताली स्थल से उठा कर मैडीकल कालेज चम्बा पहुंचाया। जहां प्रदेशाध्यक्ष ने मैडीकल सुविधा लेने से साफ इंकार कर दिया। उसने कहा कि जब तक सरकार इस वर्ग की मांगों को पूरा नहीं करती है तब तक उसका आमरण अनशन आंदोलन जारी रहेगा। 

मुझे कुछ भी हुआ तो प्रशासन होगा जिम्मेदार 
तहसीलदार चम्बा गजिंद्र की हालत को देखते हुए उसे ग्लूकोज लगाने के लिए बार-बार कह रहे थे तो वहीं गजिंद्र अपनी मांग पर अड़ा हुआ था, ऐसे में ए.डी.एम. चम्बा बलवीर ठाकुर के अस्पताल पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था लेकिन 2 घंटे तक अस्पताल में कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा जिसके चलते आंदोलित गजिंद्र कुमार बिना किसी स्वास्थ्य लाभ व स्वास्थ्य जांच के अस्पताल से यह कहते हुए चला गया  कि अगर मुझे कुछ भी होता है तो प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार होगा।

यह है मामला
बता दें कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस वर्ग के 14 वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वालों को पक्का करने की न सिर्फ घोषणा की थी बल्कि अधिसूचना भी जारी कर दी थी लेकिन कुछ विभागों ने अभी तक बचे हुए कर्मचारियों के नियमितीकरण में अपनी टांग अड़ा रखी है। इस वर्ग की मांगों को पूरा करवाने के लिए गंजिद्र कुमार पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठा हुआ लेकिन न तो सरकार ने और न ही प्रशासन ने उनकी सुध लेने की कोशिश की। 

मुख्यमंत्री को भेजा मांग पत्र
वहीं अंशकालील जलवाहक कम सेवादार महासंघ चम्बा के एक प्रतिनिधिमंडल ने डी.सी. चम्बा के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस वर्ग की मांगों को पूरा करने के लिए प्रभावी आदेश जारी करें ताकि आमरण अनशन का मोर्चा संभाले महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अपने आंदोलन को विराम दे सकें। इससे पूर्व महासंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने चौगान में बैठक की।