चिट्टे के साथ पकड़े युवक ने लॉकअप में लगाया फंदा, 2 पुलिसकर्मी सस्पैंड

Saturday, Nov 02, 2019 - 10:49 AM (IST)

डमटाल (सिमरन): डमटाल पुलिस थाना में चिट्टे की खेप सहित पकड़े गए युवक ने लॉकअप के अंदर फंदा लगाकर आत्महत्या कर डाली। डमटाल पुलिस थाना की हवालात में बंद आकाश (22) पुत्र जोगिंदर पाल वासी भदरोया को डमटाल पुलिस ने बुधवार को भदरोया में लगाए गए नाके के दौरान गाड़ी व 32.08 ग्राम चिट्टे की खेप सहित गिरफ्तार किया था जिसको माननीय अदालत ने 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था। शुक्रवार सुबह के समय आकाश ने लॉकअप में पड़े कम्बल से रोशनदान के सरिए से फंदा डाल कर खुदकुशी कर ली, जैसे ही ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ने आकाश को फंदे से झूलता देखा तो तुरंत लॉकअप को खोल उसे फंदे से उतारा। इसकी सूचना तुरंत डी.एस.पी. नूरपुर डा. साहिल अरोड़ा को दी गई। मौके पर डी.एस.पी. और थाना प्रभारी डमटाल हरीश गुलेरिया और उनकी पुलिस टीम ने आनन-फानन में आकाश को इंदौरा अस्पताल पहुंचाया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले वह दम तोड़ चुका था।

मृतक को नूरपुर के अस्पताल में भेजा गया, इसके बाद उसे टांडा मैडीकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एस.पी. कांगड़ा ने प्रारंभिक जांच के दौरान ड्यूटी पर कोताही बरतने पर 2 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड कर दिया है। इस मामले में मैजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए गए हैं। सूचना मिलते ही एस.पी. कांगड़ा विमुक्त रंजन डमटाल पुलिस थाना पहुंचे। उनके साथ एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन ने मृतक के परिजनों को शांत करते हुए कहा कि लॉकअप में बंद युवक की खुदकुशी के मामले में मैजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है। शव का टांडा मैडीकल कॉलेज में वीडियो रिकॉॄडग के साथ पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और मौके पर फोरैंसिक टीम भी पहुंच चुकी है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान बरती गई कोताही में संलिप्त कर्मचारियों व अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

चिट्टे की खेप के साथ पकड़े युवक की आत्महत्या के मामले में मृतक के परिजनों और सैंकड़ों लोगों ने डमटाल पुलिस थाना को घेर लिया और पुलिस विभाग के खिलाफ भड़ास निकालते हुए पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए और पुलिस पर उनके बेटे की हत्या के आरोप जड़े। इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस थाना पर जमकर पत्थरबाजी की गई। स्पैशल कमांडो फोर्स और अन्य पुलिस जवानों को उग्र हुई भीड़ का शिकार होना पड़ा, वहीं मौके पर पहुंचे एस.पी. कांगड़ा के सामने पत्थरबाजी और मुर्दाबाद के नारे लगने पर एस.पी. के हस्तक्षेप के बाद उग्र हुई भीड़ को शांत कराया गया। इस दौरान लोगों ने इस कांड में शामिल पुलिस विभाग के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने को कहा है। इस दौरान उग्र भीड़ ने डमटाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं होने दिया।

शव को छीनने पर पुलिस के साथ हाथापाई

आकाश को इंदौरा अस्पताल में पहुंचाया गया था जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही मृतक के परिजन इन्दौरा अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में ले रखा था। अस्पताल में भीड़ बढ़ती देख पुलिस ने शव को नूरपुर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। इस दौरान मृतक के परिजनों ने पुलिस से शव को छीनने की कोशिश की। इस दौरान इन्दौरा पुलिस थाना के प्रभारी सुरिंदर धीमान और उनकी टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को नूरपुर अस्पताल पहुंचाया।

पहले भी दर्ज थे मामले

मृतक आकाश जोकि नशे का गढ़ माने जाने वाले गांव भदरोया का निवासी था, को पुलिस ने 32.8 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया था। इसके पहले मृतक को पुलिस ने वर्ष 2017 में भी 200 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया था। मृतक का बड़ा भाई दीपक भी पंजाब की जेल में नशे के मामले में सजा काट रहा है। मृतक के माता-पिता का देहांत हो चुका है जबकि मृतक की माता के ऊपर भी नशे के कई मामले दर्ज थे। मृतक अपने पीछे पत्नी पल्लवी जोकि गर्भ से है और एक तीन साल की बेटी को छोड़ गया है।
 

kirti