खुलासा : कांगड़ा सहकारी बैंक में मिले बच्चों के खेलने वाले नोट, कार्रवाई के बाद जमा किए 22 लाख

Saturday, Sep 25, 2021 - 08:07 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): कांगड़ा सहकारी बैंक में 22 लाख रुपए की राशि गायब होने के मामले के पटाक्षेप और बैंक की कार्रवाई के बाद इस राशि को अचानक जमा करवा दिया गया है। यह मामला ऊना में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। कांगड़ा बैंक की जिस मुख्य ब्रांच से लाखों रुपए की राशि गायब हुई थी, उसी बैंक में चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया यानी बच्चों के खेलने वाले लाखों रुपए के नोट भी पाए गए थे। मामले का खुलासा तब हुआ था जब बैंक की मुख्य ब्रांच में सीए पर आधारित ऑडिट टीम बैंक पहुंची थी। जब बैंक में सबसे पहले कैश की गणना शुरू हुई तो वहां न केवल 22 लाख रुपए का कैश कम पाया गया बल्कि वहां बच्चों के खेलने वाले नोट भी मिले हैं। अब बच्चों की करंसी पर भी जांच शुरू हुई है कि आखिर खिलौने की दुकानों पर मिलने वाले पैकेट लेकर कौन आया था।

मैनेजर व कैशियर सहित 3 कर्मी किए हैं सस्पैंड

कांगड़ा बैंक से गायब हुई राशि को लेकर पिछले करीब एक सप्ताह से बैंक की शाखा में हड़कंप मचा हुआ था। अपने स्तर पर पहले इस राशि को पूरा करवाने के लिए प्रयास किए गए। उसके बाद बैंक के एमडी ने शाखा में पहुंच कर पूरी स्थिति का जायजा लिया और मैनेजर व कैशियर सहित एक अन्य कर्मी को तत्काल प्रभाव से सस्पैंड करने की कार्रवाई को अंजाम दिया। उसके बाद शुक्रवार देर सायं 22 लाख रुपए से अधिक का कैश किसी दूसरी शाखा में जमा करवाया गया। अब सवाल यह बना हुआ है कि इतनी बड़ी राशि एकाएक कहां से लाई गई है और किस खाते में जमा की गई है।

रोजाना कैश की गणना क्यों नहीं हुई

कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक में विभागीय जांच के साथ-साथ पुलिस की जांच भी शुरू हो चुकी है। जांच के बाद खुलासे होंगे कि लाखों रुपए का कैश आखिर कैसे गायब होता रहा। सवाल यह है कि रोजाना कैश की गणना क्यों नहीं हुई। इसके लिए किस-किसकी जिम्मेदारी थी, यह भी अब जांच का विषय बना हुआ है। जांच होगी तो कई पहलुओं का पर्दाफाश होगा। इस मामले ने कांगड़ा बैंक की किरकिरी की है और बैंक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हुए हैं।

क्या बोले बैंक के अधिकारी और एसपी ऊना

कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के एमडी विनय कुमार ने बताया कि 22 लाख रुपए से अधिक का कैश बैंक में जमा करवाया गया है। बच्चों के खेलने के नोट भी बैंक में मिले हैं। मैनेजर, कैशियर व एक अन्य कर्मी को सस्पैंड करने के साथ-साथ जांच की जा रही है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। भले ही गायब हुई राशि जमा हुई हो लेकिन विभागीय जांच में तमाम पहलु शामिल होंगे। यह भी जांच की जाएगी कि आखिर यह राशि एकाएक कहां से लाई गई है। बैंक प्रबंधन इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा। वहीं एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच आरंभ कर दी है। जांच के बाद संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।

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Content Writer

Vijay