पिता PGI में लड़ रहा जिंदगी-मौत की जंग, लाडली ने हमेशा के लिए छोड़ा संसार

Wednesday, Oct 10, 2018 - 03:24 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): सड़कों पर मौत का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। सड़कों पर ओवर स्पीड से अमूल्य जीवन खत्म हो रहे हैं। ऐसे ही ओवर स्पीड के चलते सड़क हादसे का शिकार हुई 6 वर्षीय सृष्टि को अश्रुपूर्ण विदाई दी गई। एक तरफ उसके पिता 37 वर्षीय संजीव गौतम गंभीर अवस्था में पी.जी.आई. में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी लाडली हमेशा के लिए संसार छोड़ गई है। किडजी स्कूल में अध्ययनरत सृष्टि की मौत से सन्नाटा छाया रहा और स्कूल में छुट्टी कर दी गई। शुरू से ही पढ़ने में बेहद होशियार सृष्टि की इस असामयिक मौत से उसके साथ अध्ययनरत बच्चे भी गमगीन दिखे, दूसरी तरफ अंतिम संस्कार के समय हर आंख में आंसू थे। 

जिला मुख्यालय पर फ्रैंड्स कालोनी के संजीव गौतम को क्या पता था कि अपनी दोनों बच्चियों को अपने साथ ले जाना उनके लिए इस तरह दर्दनाक सफर बन जाएगा। एक तेज रफ्तार कार ने सोमवार देर सायं स्कूटी पर सवार संजीव गौतम को बुरी तरह से कुचल दिया था। हादसा इतना दर्दनाक था कि करीब 100 मीटर तक कार चालक स्कूटी पर सवार संजीव गौतम व उनकी 2 बच्चियों को घसीटते हुए ले गया। छोटी बच्ची तो वहीं दम तोड़ गई जबकि 8 वर्षीय रिधि अभी भी बुरी तरह से घायल है। उसे भी पी.जी.आई. रैफर किया गया था। उधर, संजीव गौतम की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। जिस कार के साथ हादसा हुआ है, उसे 21 वर्षीय यू.पी. निवासी जावेद चला रहा था जबकि गाड़ी हिमाचल की ही थी। शहर के बीच इतनी तेज रफ्तार के साथ वाहन चलाने से एक परिवार की खुशियां पूरी तरह से गम में बदल गई हैं। 

तेज रफ्तारी लील रही जिंदगियां
सड़कों पर स्पीड कम नहीं हो रही है। मंगलवार सुबह ही ओवरस्पीड की वजह से ऊना-नंगल रोड पर भी हादसा हुआ। हादसा इतना भयानक था कि सड़क का डिवाइडर भी टूट गया। गाड़ी हादसे के बाद पलट गई। घायल युवा ड्राइवर को पी.जी.आई. रैफर करना पड़ा। सड़कों पर तेज रफ्तारी कई जिंदगियों को खतरे में डाल रही है। इस स्पीड पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा है। शहर में जहां स्पीड लिमिट 20 निर्धारित की गई है वहां 80 और 100 की स्पीड से गाड़ियां दौड़ती हैं। हालात बदतर बने हुए हैं। रोड सेफ्टी क्लब की बैठक में भी ओवर स्पीड पर चिंता जताई गई थी लेकिन भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में ओवर स्पीड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। 

Ekta