परौर में नारी शक्ति का प्रदर्शन, फिर से उखाड़ फैंका शराब का ठेका

Friday, Jun 02, 2017 - 12:34 AM (IST)

सुलह: परौर में पिछले एक माह से शराब के ठेके के विवाद के चलते वीरवार को लोगों के सब्र का बांध टूटा और महिलाओं ने शराब का ठेका फिर से उखाड़ दिया। इस दौरान ठेके में कार्यरत लोगों के साथ उनकी हल्की धक्का-मुक्की भी हुई तथा थोड़ी देर के लिए रास्ता भी रोके रखा। बता दें कि पिछले 2 दिनों से महिलाएं यहां शराब का ठेका न खोलने को लेकर धरने पर बैठी हुईं थीं। वीरवार देर शाम पहले सी.पी.एस. जगजीवन पाल मौके पर पहुंचे। वह यहां पर करीब 9 घंटे रहे और उन्होंने लोगों के सुर में सुर मिलाते हुए शराब का ठेका खोलने का विरोध किया। 



जब पूर्व विधायक ने विधायक की ओर किया इशारा
सी.पी.एस. के पहुंचने के ठीक थोड़ी देर बाद पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा भी वहां पहुंचे और उन्होंने महिलाओंं की बात सुनी। इस दौरान जब महिलाओं ने पूर्व विधायक से पूछा कि क्या वह उनके साथ हैं तो उन्होंने विधायक जगजीवन पाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके साथ सरकार है। इस दौरान सी.पी.एस. ने पूर्व विधायक को भी नशे के खिलाफ  छेड़ी इस मुहिम में साथ देने की बात की। वहीं मौके पर पुलिस दल भी मौजूद रहा। 

डी.एस.पी. व एस.डी.एम. भी मौके पर पहुंचे
देर शाम हालात बिगड़ते देख डी.एस.पी. विकास धीमान व एस.डी.एम. अजीत भारद्वाज भी अपने अमले सहित मौके पर पहुंच गए। उन्होंने महिलाओं को समझाया लेकिन महिलाओं ने प्रशासन की एक न सुनी और अंतत: शराब की पेटियां बाहर निकाल शराब काठेका उखाड़ दिया। इससे पहले क्षेत्र की महिलाओं व लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।

यहां पहले भी रखा गया था टीननुमा खोखा
बता दें कि कुछ दिन पहले भी यहां टीननुमा खोखा रखा गया था जिसे वन विभाग ने उखाड़ दिया था। वन विभाग के अनुसार उस समय ठेका वन भूमि पर खोला जा रहा था।  6 महिला मंडलों की प्रधानों सपना देवी, दीप्ति,दीपिका, कुशला,जानकी देवी व सुमना देवी सहित करीब 150 महिलाओं ने कहा कि यहां से माता मंदिर को रास्ता जाता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों के रास्तों पर ठेके मंजूर नहीं हैं। 

इसलिए हो रहा शराब के ठेके का विरोध
महिलाओं ने कहा कि धरोट गांव यहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उनके अनुसार कई महिलाएं व कालेज-स्कूल की छात्राएं इसी रास्ते से होकर जाती हैं। शराब के ठेका खुलने पर उन्हें यहां हमेशा डर के साये में रहना पड़ेगा। महिलाओं का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर यहां ठेका नहीं खुलने देंगी। महिलाओं ने यह भी कहा कि यहां अगर प्रशासन शराब का ठेका खोलना चाहता है तो पुलिस चौकी भी यहां खोले ताकि हम अपनी बहनों-बेटियों को घर से बाहर भेज सकें।