रंग ला रही है लोगों की दुआएं, रिकवर हो रही है साक्षी, पिता बोले- मैंने तो छोड़ दी थी उम्मीद
punjabkesari.in Sunday, Jan 16, 2022 - 11:39 AM (IST)
नगरोटा बगवां (केपी) : आखिरकार लोगों की दुआएं रंग लाने लगी है। पीजीआई में जिंदगी के लिए लड़ रही साक्षी बहुत धीमी गति से ही सही पर रिकवर कर रही है। साक्षी के दोस्तों और रिश्तेदारों ने इस मुश्किल घड़ी में जिस तरह से परिवार का साथ दिया है, उसके लिए साक्षी का पूरा परिवार उन लोगों को धन्यवाद कह रहा है। बेटी के रिकवर होने के बाद साक्षी के पिता का कहना है कि यह लोगों की दुआओं का ही असर है कि साक्षी ने शनिवार को आंखे खोलने के साथ हल्की मूवमेंट भी की है। मैंने तो उम्मीद ही छोड़ दी थी। यहां बता दें कि पीजीआई चंडीगढ़ में मौत और जिंदगी से जूझ रही सियूंड की साक्षी की मदद के लिए प्रदेश भर के युवा आगे आए हैं। उसके इलाज के लिए डोनेशन भी शाम 5 बजे तक साढ़े 4 लाख रुपए के करीब हो गई है। इसकी जानकारी साक्षी के पिता हरवंश लाल ने दी है। साक्षी के उपचार के लिए युवाओं और समाजसेवी लोगों ने एक दिन में करीब 2 लाख रुपए की मदद की है।
शनिवार को साक्षी के पिता ने बताया कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि बेटी के इलाज के लिए इतना प्यार मिलेगा। 7 दिन से बेटी जिंदा है तो सब कुछ प्रदेश और प्रदेश से बाहर रहने वाले लोगों की वजह से है। आगे क्या होगा, कुछ बता नहीं सकते, लेकिन जनता ने सेवाभाव का जो मैसेज दिया है उसके लिए ताउम्र उसे भुलाया नहीं जा सकता है। इतने सब लोगों के साथ होने के बाद अब बेटी के बचने की उम्मीद जगी है। उधर, शनिवार को दिनभर धर्मशाला, पालमपुर और नगरोटा बगवां कॉलेज के स्टूडैंट्स के व्हाट्सएप ग्रुप पर साक्षी की मदद को लेकर मैसेज वायरल होता रहा।
कॉलेज फ्रैंड्स ने नगरोटा बगवां बाजार से जुटाए 17,640 रुपए
नगरोटा बगवां कॉलेज की एबीवीपी इकाई के स्टूडैंट्स भी शनिवार को साक्षी के इलाज के लिए नगरोटा बाजार में दुकानदारों से डोनेशन इकट्ठी करने में जुटे रहे। साक्षी के कॉलेज फ्रैंड सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे से हैल्प लेते रहे। देर शाम सभी स्टूडैंट्स ने पैसे इकट्ठे कर साक्षी के पिता के पास दिए। इनमें 10 हजार ट्रांसफर किए, जबकि 7,640 रुपए नकद दिए। स्टूडैंट्स में इकाई अध्यक्ष मुनीष, वरुण, गगन, शिवानी व अतुल आदि मौजूद रहे। धलूं गांव के शशिपाल ने बद्दी की एक कंपनी में सभी दोस्तों से मदद करवाई। इसके अलावा कई युवाओं ने हैल्प की है।
इलाज के लिए चाहिए 6 से 7 लाख, 2 दिन में जुटाए साढ़े 4 लाख
परिवार वालों के अनुसार पीजीआई में उपचाराधीन साक्षी की रीढ़ की हड्डी, पसलियां व सिर आदि के ऑप्रेशन डॉक्टरों ने बताए हैं। उस पर करीब 6 से 7 लाख रुपए खर्चा आएगा। खास बात है कि युवाओं और समाजसेवी लोगों ने 2 दिन में ही साढ़े 4 लाख रुपए जुटाकर साबित कर दिखाया है कि युवा चाहें तो किसी की सांसें लौटा भी सकते हैं और देश-प्रदेश भी बदल सकते हैं।