स्वास्थ्य महिला कर्मी का छलका दर्द, सम्मान देने की बजाय लोगों ने किया तिरस्कार

Monday, Mar 23, 2020 - 06:00 PM (IST)

ऊना (विशाल): जनता कर्फ्यू के दौरान जहां थालियां व तालियां बजाकर इस आपदा की घड़ी में अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में लगे चिकित्सकों सहित मैडीकल स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों सहित अन्य विभागों के कर्मियों का उत्साह वर्धन किया जा रहा था तब एक स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मी को सामाजिक अछूतेपन का एहसास करवाया गया। पड़ोसियों ने उससे दूरी बना ली और यहां तक की उसके बच्चों के साथ अपने बच्चों को खेलने से भी हटा लिया।

यह सब इसलिए है कि उक्त महिला कर्मी रोज अस्पताल के एक विंग में जाकर सेवाएं देती है और इसी अस्पताल मेंं कोरोना के संदिग्धों को भी रखा गया है। जहां स्वास्थ्य विभाग की इस महिला कर्मी के सेवा के जज्बे को सलाम करना चाहिए वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो उनसे अजीब-सा व्यवहार कर रहे हैं। अपनी व्यथा पंजाब केसरी से बताते हुए उक्त महिला कर्मी का दर्द छलक पड़ा। महिला कर्मी ने बताया कि कुछ दिनों से सब उससे दूरियां बनाए हुए हैं। जब बच्चे बाहर खेलने जाते हैं तो बाकी बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को घरों के अंदर बुला लेते हैं और उससे यह कहा जाता है कि बच्चों का ध्यान रखो।

जब घर के आसपास जाना होता है तो लोग उससे दूरी बना लेते हैं। थालियां बजाने के दौरान उसको दूर खड़े होने को भी कहा गया। इस तरह के व्यवहार से वह निराश तो है लेकिन फिर भी वह विभाग में अपनी सेवाएं जारी रखेगी। स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मी का कहना है कि उस जैसे पता नहीं कितने और लोग स्वास्थ्य विभाग के होंगे जिनसे ऐसा व्यवहार किया जाता है। कोरोना के डर से लोग दूसरी बनाए हुए हैं। महिला के बच्चों को तो यह तक नहीं पता कि उनसे उनके पड़ोसी दोस्त खेलना क्यों बंद कर चुके हैं।

Vijay