अग्निहोत्री बोले-जनता त्रस्त, अर्थव्यवस्था चौपट और मोदी विदेश घूमने में मस्त

Friday, May 25, 2018 - 06:13 PM (IST)

शिमला: अच्छे दिन लाने का वायदा करके 4 साल पहले सत्ता में आई मोदी सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो कर रह गई है और आज आम आदमी खुद को लुटा-पिटा महसूस कर रहा है। यह बात कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने यहां जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की 4 साल की उपलब्धियां जनता को खून के आंसू रुलाना और देशवासियों से धोखा करना है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वर्ष 2014 में कांग्रेस की तथाकथित नाकामियां गिनाकर और ढेर सारे झूठे वायदे और जुमले बोलकर सत्ता में आई थी, लेकिन उन वायदों का क्या हुआ, यह मोदी सरकार और भाजपा नेता नहीं बता पा रहे हैं। भाजपा के नेता विपक्ष में रहते हुए महंगाई को लेकर रोज-रोज नौटंकी और तमाशा करते थे लेकिन आज देश में आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी, लचर अर्थव्यवस्था, भय, हिंसा समेत तमाम मसलों को लेकर देश में हाहाकार मचा हुआ है और प्रधानमंत्री विदेशों में घूमने और मन की झूठी बातें करने में व्यस्त हैं।


पैट्रोल-डीजल के दामों से देश में मची त्राहि-त्राहि
उन्होंने कहा कि आज पैट्रोल और डीजल की कीमतें कहां से कहां पहुंच गई हैं। पैट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ रहे दामों से देश में त्राहि-त्राहि मची हुई है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पैट्रोल सबसे महंगा हुआ है लेकिन मोदी सत्ता में आने से पहले कहते थे कि उनकी सरकार बनी तो पैट्रोल-डीजल के दाम कांग्रेस सरकार से भी कम कर देगी। उन्होंने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम है, उसके बावजूद देश में तेल की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पैट्रोल और डीजल को जी.एस.टी. के दायरे में लाने की मांग की लेकिन मोदी सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई। तेल की कीमतों के अलावा अन्य चीजों के भाव भी आसमान पर हैं। मोदी सरकार का महंगाई घटाने का वादा सिर्फ  वादा ही साबित हुआ। आम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है।


नोटबंदी जैसे तानाशाही फैसले के नतीजे शून्य
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर प्रहार करने की आड़ में नोटबंदी जैसा तानाशाही भरा फैसला किया था। आज तक इस फैसले के नतीजे शून्य हैं। इस तुगलकी फरमान से जहां आम लोगों को बहुत परेशानी हुई, वहीं कई लोगों को जान से हाथ धोने पड़े। नोटबंदी से उलटे अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। मोदी सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर नोटबंदी जैसा काला फैसला किया था लेकिन न तो कालाधन खत्म हुआ और न ही भ्रष्टाचार कम हुआ।


मोदी के राज में किसान कर रहे आत्महत्याएं
भाजपा आज देश की सबसे अमीर पार्टी है, उसके नेता जरा बताएं कि पार्टी के पास इतना पैसा कहां से आया लेकिन मोदी के राज में लोग भ्रष्टाचार करके देश से विदेश भाग जाते हैं। चाहे ललित मोदी हो, विजय माल्या हो, मेहुल चौकसी हो या फि र नीरव मोदी, सभी हजारों-करोड़ों रुपए लूट कर विदेश में जा बैठे हैं और मोदी सरकार जानबूझकर कुछ नहीं कर रही। देश में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं लेकिन किसानों की हितैषी होने के दम भरने वाली मोदी सरकार आंखें मूंदे बैठी है। सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं कर रही है। स्मार्ट सिटी, गंगा सफाई, स्वच्छ भारत, बुलेट ट्रेन चलाने, मेक इन इंडिया जैसी योजनाएं औंधे मुंह गिरी हैं लेकिन इनकी सफलता को लेकर भाजपाई मोदी के गुणगान में लगे हुए हैं।


काले धन के मामले में चारों खाने चित
उन्होंने कहा कि काले धन के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। 2014 के लोकसभा चुनाव की रैलियों में पी.एम. नरेंद्र मोदी का कोई भाषण कालेधन के जिक्र के बिना पूरा नहीं होता था। मोदी बार-बार कहते थे कि जब उनकी सरकार बनेगी तो विदेशों में जमा भारतीयों का कालाधन लाएगी और प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपए डालेगी। सरकार ने 4 साल पूरे ेकर लिए लेकिन लोगों को आज भी इंतजार है कि विदेशों से कालाधन कब आएगा। हैरानी की बात है कि सरकार बन जाने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कह दिया कि यह बात तो चुनावी जुमला थी। कालेधन के मामले में सरकार लोगों को बरगला रही है। उसे पता ही नहीं है कि विदेशों में  कितना कालाधन जमा है और वह कब देश में आएगा।


बेरोजगारी के मसले पर बैकफुट पर मोदी सरकार
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि बेरोजगारी के मोर्चे पर मोदी सरकार बुरी तरह फेल हुई है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन रोजगार पैदा करने के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। जब मोदी सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर घिरी तो प्रधानमंत्री ने फमाया कि पकौड़े बेचना भी तो रोजगार है। सच तो यह है कि बेरोजगारी में मसले पर मोदी सरकार और भाजपा बैकफुट पर है।


समाज का हर तबका बुरी तरह परेशान
उन्होंने कहा कि देश में आज भय, हिंसा और अविश्वास का माहौल है। समाज का हर तबका बुरी तरह परेशान है और आम आदमी खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहा है। क्या किसान, क्या युवा, क्या व्यापारी वर्ग सब कह रहे हैं कि उनके साथ घोखा हुआ है। देश में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। देश में महिलाएं और बच्चियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उनके खिलाफ  यौन हिंसा के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। आरोप लगाया गया है कि अपराधी बेखौफ  घूमकर कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मोदी सरकार के 4 साल में आम आदमी से जमकर खिलवाड़ हुआ।

Vijay