इस अस्पताल में सुविधाओं को तरस रहे लोग, खाली पड़े हैं विशेषज्ञ डाक्टरों के पद

Friday, Jul 20, 2018 - 04:26 PM (IST)

पांवटा साहिब (सतीश): पांवटा साहिब की सड़कों पर रोजाना हादसे हो रहे हैं। हर दूसरे दिन एक या दो लोग सड़क हादसों में अपनी जान गवां रहे हैं जबकि हादसों में घायल होने वालों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है लेकिन सड़क हादसों में घायल होने वाले लोगों को सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में उचित उपचार नहीं मिल पाता है। कारणवश कई लोग इलाज के अभाव में पी.जी.आई. चंडीगढ़ पहुंचने से पहले ही मौत का शिकार हो जाते हैं लेकिन न इस ओर स्वास्थय विभाग कुछ सोच रहा है और न ही प्रदेश सरकार की नजर-ए-इनायत हो रही है।


सर्जन सहित रिक्त पड़े हैं चिकित्सकों के महत्वपूर्ण पद
कई बार सिविल अस्पताल में ट्रॉमा सैंटर खोलने की मांग की जा चुकी है। बीते चुनावी माहौल को देखते हुए यहां जनता से बड़े-बड़े वायदे भी किए गए लेकिन अभी तक सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में एक सर्जन डाक्टर की व्यवस्था तक नहीं की जा सकी है, ट्रॉमा सैंटर तो दूर की बात है। यहां सर्जन, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ सहित अल्ट्रासाऊंड करने के लिए विशेषज्ञों की कमी है। खासकर सर्जन व एनेस्थीसिया विशेषज्ञ के अभाव के कारण घायलों को उपचार नहीं मिल पाता है, जिसके कारण उन्हें पड़ोसी राज्यों में उपचार के लिए जाना पड़ता है, ऐसे में प्रदेश सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के सभी दावे पांवटा साहिब में खोखले साबित हो रहे हैं।


सरकार जरूर बदली लेकिन अस्पताल की दशा नहीं
लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने पांवटा साहिब में अस्पताल की बहुमंजिला इमारत तो बना दी है लेकिन यहां स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य इंतजाम करना भूल गई है। छोटी सी चीर-फाड़ के लिए मरीजों को पड़ोसी राज्यों का रुख करना पड़ता है। प्रदेश में सरकार जरूर बदली लेकिन पांवटा साहिब के अस्पताल की दशा नहीं बदली। यदि यहां स्टाफ की कमी को दूर किया जाए तो यह अस्पताल जितना बाहर से दिखने में सुन्दर लगता है उससे ज्यादा सुन्दर इसके अंदर की स्वास्थ्य सुविधाएं हो सकती हैं।

Vijay