पांवटा में बारिश ने दिए गहरे जख्म, अपने ही गांव में कैद होकर रह गए लोग

Sunday, Sep 15, 2019 - 05:08 PM (IST)

पांवटा साहिब (प्रेम वर्मा): पांवटा साहिब के अंतर्गत आती बन पंचायत के लगभग 5 गांव आंद्रा, कुमला, बनेयेर, सिडी, पंमता आंद्रा के सैंकड़ों लोग इन दिनों गांव में ही कैद होकर रह गए हैं। दरअसल पिछले दिनों आई बारिश ने यहां आने वाली सड़क को तहस-नहस कर दिया और साथ ही दूसरी तरफ नदी पर बने एक अस्थायी पुल और झूला पुल को बहा कर ले गई, जिस कारण गांव के लोग अपनी नकदी फसल को गांव से बाहर ले जाने में असमर्थ हैं, जिसके चलते उनकी नकदी फसल गांव में ही बर्बाद हो रही है, साथ ही यदि गांव में कोई बीमार हो जाता है तो उसे ले जाने में भी इन लोगों को 7 से 8 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है।

4 दिनों के अंदर नहीं ली सुध तो होगा चक्का जाम

ग्रामीणों ने बताया कि 2 महीने से उनकी यही दशा है लेकिन अभी तक शासन-प्रशासन उनकी ओर ध्यान देने की जहमत नहीं उठा सके हैं। इस कारण ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि यदि 4 दिनों के अंदर उनके गांव की सुध नहीं ली गई तो वे सड़कों पर उतर कर चक्का जाम करेंगे और उसका जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

आंध्रा गांव के दोनों ही रास्ते ध्वस्त

बता दें आंध्रा गांव की ओर 2 तरफ से रास्ता आता है। एक तरफ से नदी पार कर जाना पड़ता है तो दूसरी ओर से पैदल रास्ता है लेकिन पिछले दिनों आई बारिश ने पैदल रास्ते को बुरी तरह से ध्वस्त कर दिया तो वहीं नदी के ऊपर बना अस्थायी व झूला पुल भी नदी के पानी में बह गया, जिस कारण ये लोग अपने ही गांव में कैद होकर रह गए हैं।

Vijay