बूढ़ी दिवाली पर खूब थिरके लोग

Wednesday, Nov 22, 2017 - 05:55 PM (IST)

शिमला: गिरिपार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली का पर्व हर्षोल्लास से मनाने के बाद आज इसका समापन हो गया। इसके समापन पर सिरमौर जिले में रंगारंग कार्यक्रमों की झलकियां देखने को मिलीं। लोगों ने हाथों में हाथ पकड़कर अपने पारंपरिक नृत्य से भरपूर मनोरंजन किया। स्थानीय लोगों ने खूब नाच गाना किया। लोगों ने अपनी पारंपरिक वूेषभूषा में बूढ़ी दिवाली का त्योहार मनाया। लोगों ने सामूहिक नृत्य पेश कर पारंपरिक सभ्यता को बनाए रखा, वहीं इस दौरान लोगों ने कई पकवानों का आनंद भी लिया।

दिवाली के बाद बूढ़ी दिवाली
दिवाली से एक माह बाद बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। कुल्लू जि़ला के आनी व निरमंड में दिवाली के समापन के एक माह बाद बूढ़ी दिवाली का आयोजन धूमधाम से किया गया। यही नहीं सिरमौर जिले के शिलाई के क्षेत्र, शिमला जिले के चौपाल, जनजातीय जिला लाहुल स्पीति और सीमावर्ती उत्तराखंड में भी इस उत्सव को मनाने की परंपरा है। 

पुरातन संस्कृति की झलक
आनी में यह पर्व तीन गढ़ों के देवता शमशरी महादेव के सम्मान में मनाया गया। दो दिवसीय इस पर्व में पुरातन 
संस्कृति की खूब झलक देखने को मिली। एक तरफ जहां प्रकाशोत्सव के प्रतीक के तौर पर जहां यहां पर दीये की जगह मशालें जलाई जाती हैैं वहीं, पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर पूरी घाटी झूमती रही।