पैदल यात्रियों के लिए ''यह'' दर्रा खुलते ही ग्लेशियर में दफन हुआ रैन बसेरा

Wednesday, Apr 19, 2017 - 02:52 PM (IST)

उदयपुर: पहली बार बने रैस्क्यू हट के जमींदोज होने से रोहतांग दर्रे को पैदल पार करने वाले यात्रियों को भी इसकी सुविधा नहीं मिल सकी है। दरअसल इस दर्रे पर सी.एस.आर. की वित्तीय सहायता से लाहौल-स्पीति प्रशासन द्वारा स्थापित किया गया रैस्क्यू हट धराशाई हो गया है। यहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए कुछ माह पहले बनाए गए रैन बसेरे के ध्वस्त हो जाने के मसले पर विधायक रवि ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। यह रैस्क्यू हट 7 लाख रुपए की लागत से तैयार हुआ था।


यह दर्रा खुलते ही रैस्क्यू हट ग्लेश्यिर में दफन
यह दर्रा बंद होने के चंद दिन पहले ही स्थापित किया गया था जबकि पैदल यात्रियों के लिए यह खुलते ही रैस्क्यू हट ग्लेश्यिर में दफन पाया गया है। इस रैन बसेरे के अंदर रखी गई तमाम खाद्य सामग्री भी मटियामेट हो जाने की पुष्टि हुई है। उदयपुर में कई लोगों का कहना है कि लाहौल स्पीति की जनता के साथ-साथ विधायक को भी विश्वास में लिए बिना प्रशासनिक स्तर पर रैस्क्यू हट ग्लेश्यिर प्वाइंट पर स्थापित कर दिया गया था। जिससे यह ग्लेशियर की चपेट में आने से गायब हो गया है। इस मसले पर रवि ठाकुर ने कहा कि जिला के लोगों को सूचित किए बिना प्रशासनिक स्तर पर जल्दबाजी में रैस्क्यू हट असुरक्षित स्थान पर स्थापित कर दिया गया था। इससे जिला के लोगों में आक्रोश है। उन्होंने कहा इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी।