मटर का बीज गेहूं के बीज को करेगा अंकुरित!, प्रदेश में पहली बार हो रहा इस तरह का प्रयोग

Monday, Dec 17, 2018 - 02:55 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): मटर का बीज गेहूं के बीज को अंकुरित करेगा। प्रदेश में पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। प्राकृतिक कृषि की दिशा यह एक महत्वपूर्ण पहल है। इस पहल का प्रयोग स्वयं कृषि विभाग ने किया है। ऐसे में प्रदेश में महाराष्ट्र से विशेष रूप से गेहूं की बंसी किस्म के बीज को मंगवाया गया है। इस बीज के साथ किसी प्रकार के रासायनिक खादों का उपयोग नहीं किया जाएगा तथा फसल केवल प्राकृतिक कृषि के आधार पर बीजामृत व जीवामृत के उपयोग से तैयार की जाएगी। बंसी किस्म का गेहूं का बीज प्रदेश में प्राकृतिक कृषि का ध्वजवाहक बनेगा। प्रदेश में शून्य लागत प्राकृतिक कृषि को लेकर जो कवायद आरंभ की गई है, उसके लिए पहली बार प्रदेश में बंसी किस्म के बीज को पैदा करने का कार्य आरंभ किया गया है। 

ऐसे में कृषि विभाग ने नागपुर से इस बीज को पहली बार मंगवाकर अपने फार्म में बीजा है। बताया जा रहा है कि जीरो बजट प्राकृतिक कृषि के प्रणेता सुभाष पालेकर ने इसकी संस्तुति की है। ऐसे में यह बीज प्राकृतिक कृषि के माध्यम से ही उगाया जाएगा। इसके लिए कृषि विभाग ने विशेष रूप से बीज गुणन फार्म में इसे रोपा है तथा इसके साथ ही मटर के बीज को भी रोपा गया है। 10 कनाल क्षेत्र में 50 किलोग्राम बीज की बिजाई की गई है। इस गेहूं के बीज उत्पादन के लिए किसी प्रकार की खाद का उपयोग नहीं किया जाएगा तथा मटर के बीज से पनपने वाली खाद ही गेहूं के लिए खाद का कार्य करेगी। विशेषज्ञों के अनुसार मटर भूमि में नाइट्रोजन को फिक्स करने का कार्य करता है तथा यही नाइट्रोजन गेहूं को भी प्राकृतिक रूप से प्राप्त होगी। जानकारी अनुसार गेहूं की 4 पंक्तियों के मध्य में 2 पंक्तियां मटर की लगाई गई हैं तथा समूचे 10 कनाल में इसी विधि को अपनाया गया है। अगले वर्ष यह बीज किसानों को अपने खेतों में उगाने के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा।

 

Ekta