घोषणा को बीते 5 साल, स्वतंत्रता सेनानियों के गांव को आज तक नहीं बन पाई पक्की सड़क

Thursday, Jan 16, 2020 - 05:01 PM (IST)

बनखंडी (राजीव शर्मा): विधानसभा क्षेत्र देहरा की ग्राम पंचायत महेवा के अंतर्गत 2 स्वतंत्रता सेनानियों घणूं राम और पूर्ण चंद के गांव के लिए पक्की सड़क को घोषणा के 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं बनाया जा सका है, जिसे लेकर वीरवार को प्रशासन के प्रति ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने पक्की सड़क का निर्माण कार्य न होने पर विभाग के प्रति रोष जताया और पक्की सड़क के निर्माण की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि तताहन से गलुआ कच्ची सड़क (लम्बाई 3 किलोमीटर) को पक्का करने की घोषणा 5 वर्ष पूर्व हुई थी लेकिन आज दिन तक यह सड़क पक्की नहीं हो पाई।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की थी घोषणा

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पक्की सड़क के निर्माण को लेकर महेवा गांव के स्वतंत्रता सेनानी घणूं राम खुद पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले थे और उन्होंने जल्दी ही इस सड़क को पक्का करने की घोषणा भी की थी लेकिन इतना समय बीत जाने पर भी अब तक सड़क निर्माण को लेकर कोई पहल न होते देख ग्रामीणों में काफी निराशा है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार नेताओं से भी इस कच्ची सड़क को पक्का करने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन आज दिन तक केवल कोरे आश्वासन ही मिले।

गांव के लिए पक्की सड़क की सुविधा बहुत जरूरी

ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लिए पक्की सड़क की सुविधा बहुत ही जरूरी है क्योंकि सड़क न होने से बुजुर्गों, बीमारों, अपंग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर बारिश होने के बाद इस सड़क की हालत और भी दयनीय हो जाती है, जिस पर पैदल चल पाना भी आसान नहीं है। बारिश होने पर स्कूल जाने वाले बच्चों को मजबूरीवश छुट्टी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई बीमार हो जाए तो उसको चारपाई पर उठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है।

स्वतंत्रता सेनानी घणूं राम और पूर्ण चंद का गांव है महेवा

स्वतंत्रता सेनानी घणूं राम और पूर्ण चंद इसी गांव महेवा के रहने वाले थे। लोग कहते हैं कि आजादी की लड़ाई में इन्होंने काफी बड़चढ़ कर हिस्सा लिया था। स्वतंत्रता सेनानी घणूं राम के परिजनों ने बताया कि वह अपने जीबनकाल के दौरान ही अपने गांव तक पक्की सड़क का निर्माण करवाना चाहते थे लेकिन उनके जीवनकाल में इस कच्ची सड़क को पक्का करने का सपना पूरा नहीं हो सका और 3 वर्ष पहले उनका निधन हो गया। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन इस कच्ची सड़क को पक्का कर दे तो गांव के दोनों स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रशासन की यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

क्या कहती हैं गांव की प्रधान

गांव की प्रधान तृप्ता देवी ने कहा कि पक्की सड़क न होने से इस गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस सड़क की फाइल पर पहले कुछ ऑब्जैक्शन लगे थे लेकिन अब इस सड़क कर निर्माण संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी करके दस्तावेज संबंधित विभाग में जमा करवा दिए हैं और विधायक ने भी इस सड़क को अपनी प्राथमिकता में डाला हुआ है। अब संबंधित विभाग पर निर्भर है कि कब इस सड़क का निर्माण कार्य आरम्भ किया जाता है।

डीपीआर बनाकर नाबार्ड को भेजी

पीडब्ल्यूडी देहरा के एक्सियन अजय शर्मा ने बताया कि इसकी डीपीआर बनाकर नाबार्ड परियोजना के अंतर्गत स्वीकृति के लिए भेजी हुई है जिसका अमाऊंट 3 करोड़ 75 लाख है। जैसे ही इसकी अप्रूवल मिल जाती है तो इसका टैंडर कॉल किया जाएगा और इसके बाद काम आबंटित कर दिया जाएगा।

क्या कहते हैं विधायक

देहरा के विधायक ने कहा कि तताहन से गलुआ सड़क पहले विधायक प्रथमिकता में थी लेकिन किसी वजह से ये कम्पलीट नहीं हो पाई और ये प्राथमिकता कैंसल हो गई अब मैंने इसको दोबारा विधायक प्राथमिकता में डाला है। इस सड़क की फाइल पर कुछ ऑब्जैक्शन लगे थे क्योंकि पहले वैट था फिर जीएसटी आ गया लेकिन अब ये फाइल पूरी कम्पलीट हो गयी है और अब ये फाइल नाबार्ड में जाएगी और नाबार्ड से अप्रवुल मिलने पर जल्दी ही इस सड़क का काम शुरू हो जाएगा।

Vijay