कानपुर ट्रेन हादसे ने छीन लिया देवभूमि का बेटा, 7 महीने पहले बना था लेफ्टिनेंट

Tuesday, Nov 22, 2016 - 04:55 PM (IST)

सरकाघाट (मंडी): कानपुर ट्रेन हादसे में हिमाचल के मंडी जिले के सरकाघाट के भरनाल कोलणी गांव के लेफ्टिनेंट नरेंद्र कुमार (24) की मौत हो गई है। नरेंद्र सात माह पहले ही आई.एम.ए. देहरादून से पास आउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बना था। इन दिनों 25 ग्रेनेडियर बटालियन में अवेरी में तैनात था। रविवार को सेना के काम से ही इंदौर-पटना एक्सप्रेस से अपने कुछ साथियों के साथ लखनऊ जा रहा था।


जानकारी के मुताबिक पंचायत प्रधान माया देवी के अनुसार नरेंद्र कुमार पुत्र मिल्खी राम चार वर्ष पूर्व अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर के सेना में भर्ती हुआ था लेकिन उसने अपनी पढ़ाई वहां भी जारी रखी और रात भर उठ कर सेना का कमीशन पास कर देहरादून की सैनिक अकादमी में ऑफिसर ट्रेनिंग के लिए चला गया जहां से गत सात महीने पूर्व ही वह पास आऊट हुआ था और अपनी रेजिमेंट में उसने ज्वाइन कर लिया था। परसों रात वह सेना के आदेशों के अनुसार ही दुर्घटना वाली ट्रेन में अपने अन्य साथियों सहित सवार था और वे किसी अन्य स्थान पर अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। लेकिन शनिवार सुबह 3 बजे जब रेल दुर्घटना हुई तो वह भी उसी में सवार था और जिस डिब्बे में वह बैठा था वह भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसे उसकी मौत हो गई.एन.डी.आर.ऍफ़ की टीम ने जब उसको बाहर निकाला तो वह दम तोड़ चूका था।


उसकी जेब से निकले पहचान पत्र से रेलवे के अधिकारियों ने सेना को सूचित क्या और सेना का एल दल तत्काल घटना स्थल पर पहुंच गया तथा उसकी पहचान कर शव को कब्जे में लेकर उसके परिजनों को सूचित किया। यह खबर आते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई और घर से उसका बड़ा भाई संजीव और मौसी का लड़का बिट्टू तत्काल कानपुर रवाना हो गए जहा सेना में ही कार्यरत सैनिक के चाचा भी उनको रास्ते में मिल गए जो उसके शव को लाने कानपुर पहुंच गए हैं, जहां से आगामी कल शव के गांव पंहुचने की उम्मीद है मृतक नरेंद्र के पिता मिल्खी राम ने बताया कि दो दिन पूर्व ही उनके बेटे की पूरे परिवार से बात हुई थी और उसने अन्य स्थान पर जाने बारे बताया था।


लेफ्टिनेंट नरेंद्र की इस आकस्मिक मृत्यु पर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। प्रदेश पूर्व आफिसर  सैनिक ऐसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन जगदीश चन्द वर्मा, पंचायत प्रधान माया देवी, समाज सेवी डॉ. सुनील शर्मा, कप्ताइं ज्ञान चन्द, भूमि चन्द, दलीप ठाकुर, राम लाल कौशल, विधायक कर्नल इन्दर सिंह और अन्य पूर्व सैनिकों ने इस हृदयविदारक घटना पर घर शोक प्रकट करते हुए शोक सन्तप्त परिवार के प्रति अपने गहरी संवेदना प्रकट की।