IGMC में सर्वर डाऊन, इलाज के लिए पर्ची बनाने को इधर-उधर भटके रहे मरीज

Monday, Jan 29, 2018 - 01:00 PM (IST)

शिमला : आई.जी.एम.सी. में अब गंभीर मरीजों पर भी तरस नहीं आ रहा है। यहां पर मरीजों का इलाज होना तो दूर की बात है यहां एक पर्ची तक नहीं बन पाती है। मरीजों को पर्ची बनाने के लिए भी दर-दर भटकना पड़ता है। इस तरह का मामला रविवार को आई.जी.एम.सी. में तब सामने आया जब एम.डी. शर्मा ने ज्ञान शर्मा नामक मरीज को छाती में दर्द से तड़पते हुए देखा।
 
सर्वर डाऊन के चलते पर्ची काटने वालों ने भी अपने हाथ खड़े किए
जब एम.डी. शर्मा ने ज्ञान से पूछा की आपका इलाज क्यों नहीं हो पा रहा है। तो उन्होंने बताया कि इलाज तो दूर की बात है पर्ची तक नहीं बन पा रही है। जब एम.डी. शर्मा स्वयं पर्ची काऊंटर के पास गए तो वहां पर सर्वर डाऊन के चलते पर्ची काटने वालों ने भी अपने हाथ खड़े कर रखे थे। पर्ची बनाने वाला एक ही मरीज नहीं था बल्कि अन्य मरीज भी वहां पर खड़े थे, ऐसे में वे भी अपनी पर्ची बनाने के लिए दर-दर भटक रहे थे। आई.जी.एम.सी. में आधे घंटे तक सर्वर ही नहीं चला तो फिर पर्ची काटने वाले कर्मचारी ने हाथ से लिखकर पर्ची बनाई।

यहां मरीजों की पर्ची तक नहीं बन पा रही
हैरत तो यह है कि यह हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। जब यहां पर ही पर्ची बनाने के कोई साधन नहीं है तो प्रदेश के अन्य स्थानों का क्या होगा। इन दिनों आई.जी.एम.सी. की हालत दयनीय हो गई है। लोगों का सही रूप से इलाज करना तो दूर की बात है यहां मरीजों की पर्ची तक नहीं बन पा रही है। एम.डी. शर्मा का कहना है कि आई.जी.एम.सी. में पर्ची बनाने के लिए अन्य साधन होने चाहिए ताकि मरीजों को कोई दिक्कत न हो।

हम क्या करें
मरीजों ने जब पर्ची काटने वाले से पूछा कि पर्ची क्यों नहीं बन पा रही है। उन्होंने  कहा कि सर्वर डाऊन है। हम इस पर कुछ नहीं कर सकते हंै।  बाद में कर्मचारियों न पैन से लिखकर पर्ची बनाई। तब जाकर मरीजों ने इलाज करवाया।

फीस नहीं हुई जमा 
आई.जी.एम.सी. में पर्ची ही नहीं बल्कि फीस भी जमा नहीं हुई।
ऐसे में कई मरीजों के ई.सी.जी. व अन्य टैस्ट भी नहीं हो पाए। आधे से ज्यादा मरीज तो अपना इलाज करवाए ही वापस घर की ओर चले गए।