वित्त वर्ष के अंत तक 4.54 करोड़ खर्च करेगी रोगी कल्याण समिति : विपिन परमार

Friday, Feb 01, 2019 - 07:41 PM (IST)

चम्बा (अमृत पाल): पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय मैडीकल कॉलेज अस्पताल की रोगी कल्याण समिति की पहली बैठक स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला मुख्यालय में डी.सी. कार्यालय परिसर में आयोजित हुई। रोगी कल्याण समिति की बैठक में जिला मार्कीट कमेटी के अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, ए.डी.सी. चम्बा हेमराज बैरवा, मैडीकल कालेज चम्बा के प्राचार्य पी.के. पुरी, संयुक्त निदेशक राम प्रसाद शर्मा, एम.एस. डा. विनोद शर्मा व कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राम कमल के अलावा समिति के अन्य सरकारी और गैर-सरकारी सदस्य मौजूद रहे। बैठक में मैडीकल कॉलेज चम्बा तथा रोगियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।

चालू वित्त वर्ष के अंत तक खर्च होंगे 4.54  करोड़

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रोगी कल्याण समिति द्वारा चालू वित्त वर्ष के अंत तक विभिन्न सुविधाओं को जुटाने के लिए 4.54 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि रोगी कल्याण समिति को अस्पताल में सुविधाएं जुटाने के अलावा अपनी आय को बढ़ाने की दिशा में भी कदम उठाने चाहिए। बैठक में समिति द्वारा यह फैसला भी लिया गया कि अस्पताल परिसर में मौजूद दवाइयों की दुकान और कैंटीन का किराया बढ़ाया जाएगा।

कॉलेज में नियमित आधार पर हो रहीं नियुक्तियां

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चम्बा मैडीकल कॉलेज में डाक्टरों और फैकल्टी स्टाफ की नियुक्तियां रैगुलर आधार पर की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि चम्बा मैडीकल कॉलेज में ज्वाइन करने वाले डाक्टरों को असिस्टैंट प्रोफैसर के पद पर नियुक्ति दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि चम्बा मैडीकल कॉलेज और अस्पताल के भवन सरोल में ही निर्मित होंगे। उन्होंने यह भी साफ किया कि चम्बा में मौजूद अस्पताल मैडीकल कालेज स्थानांतरित हो जाने के बाद भी जिला अस्पताल के तौर पर संचालित होता रहेगा।

हैल्थ एंड वैलनैस केंद्रों में बदले जा रहे 150 पी.एच.सी.

बैठक के दौरान मैडीकल कॉलेज अस्पताल में पैरामैडीकल स्टाफ के लिए इग्नू स्टडी सैंटर शुरू करने को लेकर भी चर्चा की गई। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस स्टडी सैंटर के माध्यम से पैरामैडीकल के नए स्टाफ के लिए ब्रिज कोर्स करवाए जाएंगे। इसके बाद इनकी तैनाती हैल्थ एंड वैलनैस केंद्रों में होगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से 150 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को इस तरह के हैल्थ एंड वैलनैस केंद्रों में बदला जा रहा है। चम्बा जिला में पहले से ही 2 ऐसे केंद्र शुरू किए जा चुके हैं।

हर 3 माह बाद होगी बैठक

स्वास्थ्य मंत्री ने मैडीकल कालेज के प्राचार्य और एम.एस. को हर 3 महीने के बाद रोगी कल्याण समिति के विशेषकर गैर-सरकारी सदस्यों के साथ बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को ये निर्देश भी जारी किए कि सभी टैंडर डॉक्यूमैंट मैडीकल शिक्षा निदेशालय द्वारा निर्धारित डॉक्यूमैंट के आधार पर ही तैयार होने चाहिए। 

सभी गैर-सरकारी सदस्य अवश्य दें बहुमूल्य सुझाव 

स्वास्थ्य मंत्री ने सभी गैर-सरकारी सदस्यों से आह्वान किया कि वे अपने बहुमूल्य सुझाव अवश्य दें और साथ में कालेज प्रबंधन का पूरा सहयोग भी करें। मैडीकल सुपरिंटैंडैंट ने इस मौके पर अवगत करवाया कि मैडीकल कॉलेज अस्पताल चम्बा के लिए शव वाहन खरीदने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है।

Vijay