नूरपुर स्कूल बस हादसा : अभिभावक बोले-सरकार CBI से करवाए जांच या हमें दे दे जहर

Tuesday, Sep 04, 2018 - 05:01 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): नूरपुर निजी स्कूल बस हादसे के 5 माह बाद भी मृतक बच्चों के अभिभावक इंसाफ के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। हर चौखट पर इंसाफ की गुहार लगाकर थक चुके अभिभावकों ने दो टूक कहा है कि सरकार बस हादसे की सी.बी.आई. जांच करवाए या हमें जहर दे दे क्योंकि हमारे बच्चों को इंसाफ नहीं मिल पाया तो हमारे भी जीने का क्या औचित्य। अभिभावकों का आरोप है कि हादसे के 5 माह बाद भी पुलिस चार्जशीट फाइल नहीं कर पाई है।

शिमला जाकर सी.एम. से मिलेंगे अभिभावक
मंगलवार को धर्मशाला पहुंचे नूरपुर निजी स्कूल बस हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों विक्रम सिंह, अजय सिंह, कर्म सिंह, हंसराज, जसविंद्र सिंह, राजेश, नरेश, मनोज, रघुवीर, राघव व सुधीर ने कहा कि हादसे में उनमें से कईयों ने एक, 2 और चार-चार बच्चे खोए हैं। 5 माह बाद भी उन्हें इंसाफ नहीं मिल पाया है। विक्रम सिंह ने कहा कि हादसे की सी.बी.आई. जांच को लेकर वह पी.एम. को पत्र लिख चुके हैं, सी.एम. से मिल चुके हैं और प्रदेश हाईकोर्ट में भी जा चुके हैं। पी.एम. को भेजे पत्र का स्थानीय युवक मंडल को जवाब आया था कि कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह फिर से शिमला जाकर सी.एम. से मिलेंगे तथा मांग करेंगे कि हमें इंसाफ दिलाया जाए।

कहां बिजी है पुलिस
विक्रम सिंह ने आरोप लगाया कि मामले को कभी एक पुलिस अधिकारी तो कभी दूसरे अधिकारी को दिया जा रहा है। हमें यह बताया जाए कि पुलिस बिजी कहां है। उन्होंने पुलिस से पूछा कि क्या भांग व चरस के ही केस होते हैं, इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद इस पर लीपापोती की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें बड़े लोग फंस रहे हैं, जिन्हें बचाने के लिए मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वह और एक अन्य अभिभावक प्रदेश हाईकोर्ट गए थे, जिसके चलते हाईकोर्ट के आदेशों पर एक अधिकारी ने गांव का दौरा किया लेकिन हम दोनों के घर नहीं आए।

5 कारण बताए थे, रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी
नूरपुर निजी स्कूल हादसे में अपना बच्चा खो चुके अजय सिंह ने बताया कि घटना के उपरांत 5 कारण बताए गए थे लेकिन रिपोर्ट की उन्हें जानकारी नहीं दी गई। कहा गया कि ड्राइवर को हार्टअटैक आया था लेकिन उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की भी जानकारी नहीं दी गई। हादसे के उपरांत गांव में टीमें आती रहीं लेकिन टीमों की रिपोर्ट बारे प्रभावितों को कोई सूचना नहीं दी गई।

असंतुष्टों को मिला समाजसेवी का साथ
मृतक बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि सरकार के आदेशों पर अधिकारियों द्वारा जो जांच की गई है उसकी रिपोर्ट से वे असंतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि अब हमें समाजसेवी संजय शर्मा का सहारा मिला है, जो हमारी आवाज को आगे ले जाएंगे। वहीं समाजसेवी संजय शर्मा ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व हुए आशापुरी हादसे की रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं की गई थी, अब नूरपुर निजी स्कूल बस हादसे में भी ऐसा किया जा रहा है। क्या सरकार किसी और हादसे के इंतजार में है।

Vijay