E-PTM में अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री को दिए सुझाव, प्रदेश में अभी न खोले जाएं स्कूल

punjabkesari.in Friday, Jun 04, 2021 - 11:18 PM (IST)

शिमला (प्रीति): शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को ई-पीटीएम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने 12 जिलों के शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद किया। इसमें उन्होंने अभिभावकों से हर घर पाठशाला लॄनग प्रोग्राम की फीडबैक ली और स्कूल खोलने को लेकर भी अभिभावकों की राय ली। इस ई-पीटीएम में अभिभावकों ने स्कूल खोलने से पहले शिक्षकों की वैक्सीनेशन पूरी करवाने को कहा है। अभिभावकों ने अभी स्कूल न खोलने की बात कही। इसके साथ ही अभिभावकों ने हर घर पाठशाला लॄनग प्रोग्राम के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग देने की सिफारिश भी शिक्षा मंत्री से की है।  संवाद के दौरान कई अभिभावकों ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई के समय कई शिक्षकों को गूगल मीट या जूम पर कक्षा लेने में दिक्कतें आ रही हैं, ऐसे में उन्हें इसके लिए पहले ट्रेनिंग दी जाए। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि डाईट के सौजन्य से शिक्षकों को इस संबंध में रिफ्रैशर कोर्स करवाए जाएंगे।

शिक्षकों और अभिभावकों से हर विषय पर सुझाव भेजने का आग्रह

गोविंद सिंह ठाकुर ने ई-पीटीएम में अधिक से अधिक शिक्षकों और अभिभावकों से हर विषय पर सुझाव भेजने का आग्रह किया हैै ताकि इस पर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को भेजी जा सके। प्रदेशभर में 5 से 8 जून तक ई-पीटीएम का आयोजन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए तकनीक के माध्यम से बदलते परिवेश के साथ सार्वभौमिक शिक्षा का प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ई-पीटीएम अध्यापकों, विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों के मध्य संवाद स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि कोविड-19 की इस महामारी के दौरान भी हमारे विद्यार्थी पढ़ाई से जुड़ी चुनौतियों का सकारात्मकता के साथ सामना कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का यू-ट्यूब के माध्यम से भी सीधा प्रसारण किया गया, जिसमें राज्यभर से 80,000 से अधिक माता-पिता, शिक्षक, छात्र और अधिकारी जुड़ पाए। इसके अलावा 15 शिक्षकों और 15 अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री से संवाद किया। अब शिक्षा मंत्री 9 जून को इसके माध्यम से अभिभावकों के सवालों के उत्तर देंगे।

सरकारी स्कूलों के 8 लाख से अधिक विद्यार्थी कर रहे ऑनलाइन पढ़ाई

गोविंद सिंह ठाकुर ने हर घर पाठशाला 2.0 कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के पहले चरण को विभिन्न मंचों पर सराहा गया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस महामारी के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो। प्रदेश के लगभग 18,000 विद्यालयों में 8 लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के रिसोर्स ग्रुप के अध्यापकों के माध्यम से पाठ्यक्रम को रुचिकर बनाए जाने के निरंतर प्रयास किए जाते हैं और विद्यार्थियों के शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शारीरिक गतिविधियों पर आधारित प्रारूप भी तैयार किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने 5 जून को विद्यार्थियों को पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कुछ विशेष कार्य करने का आग्रह किया। बैठक में निदेशक उच्चतर शिक्षा डाॅ. अमरजीत सिंह व समग्र शिक्षा के परियोजना निदेशक वीरेंद्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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Content Writer

Vijay

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