बिलासपुर में एक्रो एंड एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता संपन्न, पहले 3 स्थानों पर छाया नेपाल

Wednesday, Nov 20, 2019 - 04:09 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): बिलासपुर के बंदलाधार आयोजित 3 दिवसीय  एक्रो एंड एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता में हिमाचल समेत देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही नेपाल, टर्की व ऑस्ट्रेलिया के कुल 57 पायलटों ने जौहर दिखाए। प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने बंदला टेक ऑफ प्वाइंट से 500 से अधिक उड़ानें भरकर हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए लोगों का मनोरंजन किया। एक्यूरेसी स्पर्धा में नेपाल के पैराग्लाइडिंग पायलटों का बोलबाला रहा तथा पहले तीनों स्थानों पर कब्जा जमाया। विशाल थापा पहले, युवराज सनावर दूसरे और विजय गौतम तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ क्रमश 60 हजार, 40 हजार व 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया।

वहीं एक्रो स्पर्धा में भी नेपाल के अमन थापा पहले स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में हिमाचल के विक्की ठाकुर दूसरे, हिमाचल के ही ऋषिराज तीसरे, सिक्किम के सेन सुकरा बहादुर चौथे व हिमाचल के युद्धवीर ठाकुर पांचवें स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ क्रमश: 60 हजार, 50 हजार, 35 हजार, 20 हजार व 15 हजार रुपए का पुरस्कार मिला। प्रतियोगिता में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पैराग्लाइडिंग पायलटों महाराष्ट्र के तानाजी ताकवे तथा नेपाल के एलिस थापा व सुभाष थापा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। उन्होंने हर प्रतिभागी के टेक ऑफ से लेकर एक्रो एक्टिविटी और एक्यूरेसी स्किल को बारीकी से परखा।

बुधवार को लुहणू में प्रतियोगिता के समापन समारोह में बिलासपुर के विधायक सुभाष ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि देश में बिलासपुर एकमात्र जिला है जहां पर जल, थल और वायु तीनों खेलें संभव हैं, फिश एंग्लिंग, क्रिकेट प्रतियोगिताएं और पैराग्लाइडिंग तीनों खेलों के सफल आयोजन करवाकर जिला बिलासपुर ने राष्ट्र स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिला में खेलों के क्षेत्र में और अधिक विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिला में पर्यटन की नई गतिविधियों को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा ताकि दूर-दूर से पर्यटक बंदलाधार और झील के सौंदर्य को निहारने के लिए जिला का रुख करें। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष गोबिंद सागर झील में जल क्रीड़ाओं को आयोजित करवाने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए वाटर बोट और स्टीमर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे।

उन्होंने प्रदेश सरकार, खेल मंत्री, जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग का आभार जताते हुए कहा कि इनके बहुमुल्य सहयोग से ही राष्ट्र स्तर की पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का जिला में सफल आयोजन किया गया। उन्होंने स्थानीय जनता तथा जिला टैक्सी यूनियन का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक माह पूर्व ही पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता को आयोजित करवाने के लिए तकनीकी अनुमोदन प्राप्त हुआ था। प्रतियोगिता के दौरान पैराग्लाइडिंग एशोसिएशन तथा पायलटों द्वारा पूरे नियमों का पालन सुनिश्चित किया गया। उन्होंने पैराग्लाइडरों से आह्वान किया कि पैराग्लाइडिंग एक साहसिक और रोमांचक खेल है। पैराग्लाइडिंग करते समय पूर्ण रूप से तैयारी करें और इसके नियम और कानून की पूरी-पूरी जानकरी रखें ताकि सुरक्षित पैराग्लाइडिंग करने में मदद मिल सके।

इस अवसर पर एशोसिएशन के महासचिव अतुल खजूरिया ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा सचिव मनोज शर्मा ने 3 दिवसीय पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध करवाईं। इस मौके पर पूर्व महामंत्री स्वतंत्र सांख्यान तथा पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों ने भी सम्बोधित किया। वहीं पंजाब के मुक्तसर से आए सुखचरण सिंह बराड़ उर्फ निक्का ने पावर पैराग्लाइडर के माध्यम से लुहणू मैदान से उड़ानें भरते हुए शहर के ऊपर हवा में सैर की। इसके अलावा इकलौती महिला पायलट के रूप में गुजरात की सुरभि ने भी उड़ान भरी।    

Vijay