6 माह में पेपरों की रि-चैकिंग नहीं कर पाया शिमला वि.वि., चौथे सैमेस्टर की परीक्षाएं सिर पर

Friday, Oct 05, 2018 - 04:32 PM (IST)

 

हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की पेपरों की रि-चैकिंग में की जा रही लेटलतीफी अब सैंकड़ों विद्यार्थियों पर भारी पड़ने लगी है। करीब 6 माह पहले तृतीय सैमेस्टरों के पेपरों की रि-चैकिंग वि.वि. प्रशासन अब तक नहीं करवा पाया है, जबकि अब चौथे सैमेस्टर की परीक्षाएं भी सिर पर हैं। पी.जी. कालेज हमीरपुर के साइंस संकाय के विद्यार्थियों के साथ यह मामला सामने आया है। छात्रों प्रियंका, शालू, कोमल, रोहित, रितिका व दीक्षा आदि का कहना है कि री-चैकिंग के लिए भी वि.वि. के धक्के ही खाने पड़ रहे हैं, जिससे न आगे की पढ़ाई सही से हो पा रही है और न ही पिछले सैमेस्टर की कोई जानकारी मिल पाती है।

उन्होंने बताया कि अप्रैल माह में उसके द्वारा प्रति पेपर 400 रुपए देकर फिजिक्स व मैथ की रि-चैकिंग के लिए आवेदन किया गया था, जिस पर उन्हें वि.वि. प्रशासन की ओर से आश्वासन दिलाया गया था कि 1 महीने में उन्हें बुलाकर उनके पेपर दिखाए जाएंगे, लेकिन करीब 6 माह बीत जाने के बाद भी आज तक पेपर चैक नहीं करवाए गए। उन्होंने बताया कि जब वे शिमला एच.पी.यू. में गए तो वहां से यह कह कर टाल दिया गया कि आपके पेपर अभी यहां पहुंचे ही नहीं हैं और पेपर के आते ही आपको बुला लिया जाएगा। इसके बाद भी जब इस मामले पर छात्रा ने जानकारी लेनी चाही तो वि.वि. की तरफ से दोबारा टाल दिया गया।

इस पर उन्होंने अगस्त माह में आर.टी.आई. डाल कर पेपर देखने की कोशिश की, जिस पर पूरे 29 दिनों के बाद वि.वि. की ओर से आर.टी.आई. का खर्चा भेजने हेतु पत्र भेजा गया तो उन्होंने अगले ही दिन सारा खर्चा भेज दिया, लेकिन अभी भी उसका कोई जवाब नहीं मिल पाया है। 25 अक्तूबर से उनके पेपर भी लगने वाले हैं, जबकि रि-चैकिंग पेपर की टैंशन से पढ़ाई करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि उसने 6 माह पहले तीसरे सैमेस्टर के मैथ व फिजिक्स के पेपरों पर रि-चैकिंग भरी है, जिसका इंतजार वह आज भी कर रही है। उनकी मानें तो ऐसा केवल उनके साथ नहीं हुआ है, बल्कि अन्य कालेजों के छात्रों के साथ भी ऐसा ही हो रहा है।

 

kirti