किसानों की जमीन पर उद्योगपतियों की नजर : राजन सुशांत

Monday, Dec 28, 2020 - 08:44 PM (IST)

पांवटा साहिब (संजय): किसानों की जमीन पर देश के बड़े उद्योगपतियों की नजर है तथा आजादी के बाद देश पहली बार तानाशाही की ओर चल रहा है। किसानों की जमीनों को हम नहीं बिकने देंगे। यह बात हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राजन सुशांत ने पांवटा साहिब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राजन सुशांत ने सोमवार को पांवटा साहिब में पत्रकार वार्ता में कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश तानाशाही की तरफ  बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जबरन किसानों पर किसान विरोधी कानून थोपना चाहते हैं। इस कृषि कानून से देश के किसानों की भूमि देश के 15 उद्योगपति हड़प लेंगे लेकिन हमारी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। बी.एस.एन.एल. की तरह केंद्र सरकार देश की मंडियों को खत्म करना चाहती है, जिससे अडानी-अंबानी किसानों की फसलें मनमाने दामों पर खरीदेंगे।

राजन सुशांत ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि कानून में एम.एस.पी. पर एक्ट बनाकर सजा का प्रावधान करें, जिससे किसानों को सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा कि साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए का फायदा 15 उद्योगपतियों को दिया गया है, जिससे सरकार की मंशा ठीक नहीं लगती है। राजन सुशांत ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में 10 लाख युवा बेरोजगार हैं तथा कोरोना के कारण 3 लाख युवा बाहर से रोजगार छोड़कर घर आए हैं। राजन सुशांत ने कहा कि कर्मचारियों की पैंशन बंद हो गई है लेकिन सांसदों व विधायकों की पैंशन जारी है। एक देश में 2 कानून कैसे चलेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सांसद व विधायक की पैंशन 6 अगस्त, 2020 में लेनी बंद कर दी है तथा जब तक कर्मचारियों की पैंशन शुरू नहीं होगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

 उन्होंने कहा कि 2022 के विस चुनाव में हमारी पार्टी सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सरकार बनने के बाद पहले ही साल में 2 लाख युवाओं को रोजगार देगी। सुप्रीम कोर्ट ने बिजली प्रोजैक्ट के मामले में हिमाचल के पक्ष में फैसला दिया है लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार पंजाब से अपना हक नहीं ले पा रही है। हमारी सरकार सत्ता में आते ही पंजाब से अपना हक लेकर रहेगी। इस मौके पर मंजीत सिंह, परमानंद, वीरेंद्र शर्मा, दलीप नेगी, जय कुमार, विभूति शर्मा व शहनाज आदि मौजूद थे।

Kuldeep