सात वर्षों से बीपीएल श्रेणी में नाम दर्ज, फिर भी नहीं मिली सुविधा

Monday, Jan 13, 2020 - 04:22 PM (IST)

पांवटा साहिब, (प्रेम वर्मा): देश के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 में सभी को आवास देने का लक्ष्य रखा है। देश के प्रधानमंत्री का सपना है कि हर एक भारतीय का अपना घर हो। सरकार इस दिशा में भले ही प्रयास कर रही है लेकिन अधिकारियों के पक्षपात की वजह से गरीब लोगों को सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक ऐसा ही मामला पांवटा साहिब के गिरिपार क्षेत्र के राजपुर पंचायत के अन्तर्गत रामनगर में रहने वाले फत्तू के परिवार का है। यह परिवार गरीबी रेखा से नीचे रह रहा है, जिसके लिए इसे बीपीएल का राशनकार्ड भी दिया गया है। लेकिन इस दस्तावेज का फायदा सिर्फ सरकारी राशन की दुकान पर ही मिल रहा है, जहां से सिर्फ सस्ता राशन इस परिवार को उपलब्ध हो पाता है।  लेकिन आज तक इसे आवास, विद्युत व शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है।

घर में अभी तक रोशनी तक नहीं पहुंची है

यहां गरीब के साथ सीधा-सीधा अन्याय हो रहा है। फत्तू राम की कई पीढिय़ां गरीबी के दौर से गुजर चुकी हैं। इस गरीब को 21वीं सदी में भी सरकार द्वारा उन्हें आवास देने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं है। फत्तू का परिवार इतना गरीब है कि इनके घर में अभी तक रोशनी तक नहीं पहुंची है और न ही गरीब के घर पर शौचायल बना है। हर 5 वर्ष कई राजनीतिक पार्टियां आती हैं और लुभावने प्रलोभन देकर चली जाती हंै। लेकिन उसके बाद इस गरीब को भुला दिया जाता है, अब मीडिया के माध्यम से फत्तू राम ने अपने टूटे फूटे शब्दों के माध्यम से मदद की गुहार लगाई है ।

15 वर्षों से पंचायत व अन्य विभाग के चक्कर काट

बताते चलें कि फत्तू ने पिछले करीब 15 वर्षों से पंचायत व अन्य विभाग के चक्कर काटे हैं। उन्हें सम्पूर्ण दस्तावेज भी दिए हंै। परन्तु उन्हें आवास दिलाने में सिर्फ आश्वासन मात्र ही दिया गया है। गौरतलब है कि राजनीति में ऊंची पकड़ रखने वाले इस सारे खेल में अपने चहितों की गोटिया फिट कर जाते हैं और फत्तू जैसा गरीब आवास, विद्युत व शौचालय की सुविधाओं से वंचित रह जाता है।

Kuldeep