देश-दुनिया से कटी पांगी घाटी, मंडियों तक नहीं पहुंच पाए किसानों के मटर

Wednesday, Aug 21, 2019 - 01:04 PM (IST)

चम्बा (नि.स.): जिला चम्बा में पिछले 3 दिनों में भारी बारिश के कारण जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी इस सीजन में पहली बार देश-दुनिया से कट गई है। पांगी घाटी से बाहर आने वाले संपर्क मार्ग बाधित होने से घाटी के किसानों को लाखों का नुक्सान झेलना पड़ सकता है। इन दिनों घाटी के किसान मटर का तुड़ान कर रहे हैं लेकिन पांगी घाटी से बाहर आने के सारे मार्ग बंद हो जाने से खेतों से तोड़े गए लाखों के मटर मंडियों तक नहीं पहुंच पाए। ऐसे में किसानों को अपनी मटर की फसल खराब होने का खतरा बना हुआ है। पांगी-चम्बा, पांगी-कुल्लू व पांगी-वाया-जम्मू मार्ग पिछले 4 दिनों से बंद पड़े हैं।

 किसानों की मानें तो मटर सीजन के दौरान पहली बार पांगी घाटी का संपर्क जिला मुख्यालय सहित अन्य राज्यों से कटा हुआ है। उन्होंने बताया कि इस बार मटर की फसल अच्छी हुई थी मगर इन दिनों मटर पांगी से समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पाया है। ऐसे में उन्हें काफी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। समय रहते मार्ग बहाल नहीं हुए तो किसानों को सॢदयों के दिनों में अपने परिवार का पालन-पोषण करने में काफी परेशानी पेश आ सकती है। इस सीजन में घाटी के किसान अपनी फसल को अच्छे दामों पर बेचने की उम्मीद लगाए बैठे थे मगर ऐसे समय पर मार्ग बाधित होने से उनके सपनों पर पानी फिर सकता है। पांगी के हिलुटवान, सुराल, कुमार, परमार व हुडान में इन दिनों मटर की तुड़ाई चली हुई है।

 पांगी घाटी में मटर से भरी 2 गाडिय़ां मार्ग खुलने का इंतजार कर रही है। इस स्थिति को देखते हुए अब किसानों को चिंता सताने लगी है। साचपास-चम्बा मार्ग ताजा बर्फबारी के कारण पिछले 4 दिनों से बाधित है। अगर समय पर किसानों की फसल को मंडियों तक नहीं पहुंचाया गया तो किसानों को भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है। किसानों सतीश कुमार, बोधराज, राम सिंह, किशन, अशोक, भाग सिंह, मानदेव, गुरुचरण, रामदास व किशोरी लाल ने बताया कि पिछले 4 दिनों से पांगी घाटी से बाहर जाने वाले संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं लेकिन संबंधित विभाग व पांगी प्रशासन ने मार्गों को बहाल करने में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। उन्होंने पांगी प्रशासन से मांग की है कि किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए 2 दिनों में मार्ग बहाल करवाए जाएं ताकि किसान अपनी फसल को मंडियों तक पहुंचाकर अच्छे दामों पर बेच सकें।

Edited By

Simpy Khanna