पांगी में खल रही बसों की कमी, लोगों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना

Wednesday, Jul 10, 2019 - 01:38 PM (IST)

चंबा: जनजातीय क्षेत्र पांगी में एक ओर जहां एच.आर.टी.सी. की बसों की कमी चल रही है, वहीं आज तक निजी बसें नहीं चलाई जा सकी हैं। हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री की घोषणा बाद भी पांगीवासियों को नहीं मिल पाई चार बसें व तीन टैंपू ट्रैवलर। यही नहीं क्षेत्र में आज तक यहां निजी बस रूटों को परमिट देने की नीति नहीं बन पाई है जिस कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परिवहन निगम की ओर से घाटी में 15 के करीब बसें चलाई गई हैं जोकि पांगीवासियों के लिए नकाफी होने लगी हैं। 

पांगी में प्राइवेट बसों का होना जरूरी है। निजी बस सेवा शुरू न होने के कारण लोगों को महंगे दाम पर टैक्सी हायर कर गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। इस कारण उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। लोगों ने सरकार व परिवहन निगम से मांग की है कि पांगी घाटी में निजी बसों को परमिट जारी किए जाएं। इससे लोगों को समय-समय पर बस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। पांगी में निजी बसें न होने से निगम की बसों में रोजान ओवरलोडिंग हो रही है। पांगी की सड़कों की स्थिति ठीक न होनेे पर कभी भी बड़ा हादसा पेश आ सकता है।

पांगी के किन रूटों पर हो रही है ओवरलोडिंग

पांगी के अधिक्तम रूटों पर रोजाना ओवरलोडिंग हो रही है। पांगी की सड़कों की हालत खस्ता होने पर कभी भी हादसा पेश आ सकता है। मुख्यालय किलाड़ से पुर्थी, शौर, मिंधल, साच, मिंधल, रेई, सेचूनाल, सुराल, धरवास, लुज व करयुनी रूटों पर रोजाना ओवरलोडिंग हो रही है। इन रूटों पर एक ही बस होने से लोगों को यह दिक्कतें पेश आ रही हैं।

क्या कहते हैं लोग

मान सिंह, किशन, रोहित, संजय, कमल, किशन, रोविन शर्मा, प्रेमलाल, अंकित, पुष्पेंद्र मोहन, भोला सिंह, मान चंद व विनोद शर्मा का कहना है कि पांगी की रूटों के लिए जो भी व्यक्ति निजी बस का परमिट लेगा उसे हर हाल में नुक्सान ही झेलना पड़ेगा क्योंकि पांगी घाटी की सड़कों कर हालत काफी खराब है। उन्होंने बताया कि पांगी घाटी के लोग पिछले कई सालों से सरकार से पांगी में नई निगम की बसों व सड़कों को पक्का करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सड़कों ही हालात आज दिन तक नहीं बदली। पांगी घाटी साल के 6 माह पूरे विश्व से कटी रहती है, ऐसे में निजी बस मालिक को पांगी के अलावा कोई ओर रूट नहीं मिल पाएगा।
 

Ekta