पांगणा में सब ट्रेजरी खोलना भूली सरकार, 10 रुपए के Stamp के लिए जाना पड़ रहा 25 KM दूर

Sunday, Nov 11, 2018 - 03:27 PM (IST)

मंडी (नीरज): कहीं पर सरकार किसी कार्यालय को खोलकर इलाके के लोगों को सौगात तो दे देती है लेकिन इसके साथ जुड़ने वाली अन्य सुविधाओं को दरकिनार करके दी हुई सौगात का मटियामेट कर देती है। कुछ ऐसा ही हो रहा है मंडी जिला के करसोग उपमंडल के तहत आने वाले पांगणा गांव में खोली गई उपतहसील के साथ। सुकेत रियासत की राजधानी रहे ऐतिहासिक गांव पांगणा में उपतहसील बने लगभग 2 साल पूरे हो चुके हैं पर अभी भी यहां पर लोगों को अधूरी सुविधाएं ही मिल रही हैं। सब ट्रेजरी के ना खुलने से लोगों को उपतहसील में मिलने वाली पूरी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। 

सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी, मेडिकल बिल, यात्रा व दैनिक भत्तों के बिल, सरकारी चालान, ग्रांट-इन-एड, नान बैंकिंग लेन-देन, जीपीएफ, आकस्मिक खर्च, सरकारी चालान, पारिवारिक पैंशन, वितिय शक्ति के अधिकार और अन्य प्रकार की ट्रांजैक्शन के लिए अभी भी यहां के लोगों को कई किलोमीटर दूर करसोग जाना पड़ रहा है। इसके अलावा ठेकेदारों के बिल भी करसोग से ही पास होते हैं। लोगों को स्टांप पेपर, ज्यूडिशियल पेपर, कोर्ट फीस आदि के लिए भी करसोग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं जिसके चलते लोगो के समय और पैसे की बर्बादी हो रही है। सब तहसील पांगणा के अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्र करसोग, नाचन और सुंदनगर की 10 पंचायतें आती है जिनमें लगभग 35000 आबादी है।

सब ट्रेजरी ना खुलने के कारण पांगणा में उपतहसील खुलने के बाद भी पूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जमीन की खरीद-फरोख्त के दौरान या प्रमाण पत्र बनाते समय लोगों को मात्र 10 रुपए की फीस के लिए भी 25 से 30 किलोमीटर दूर करसोग जाना पड़ रहा है। व्यापार मडंल पांगणा ने उप तहसील में सब ट्रेजरी खोलने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को पत्र लिखा है जिसकी प्रतिलिपि मुख्य सचिव, राजस्व विभाग के सचिव, उपायुक्त मंडी और एसडीएम करसोग को प्रेषित की है। व्यापार मंडल अध्यक्ष सुमित गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी डॉक्टर जगदीश शर्मा, ट्रांसपोर्टर टीकम गुप्ता और गौरव चौहान आदि ने हिमाचल सरकार से सब तहसील पांगणा में सब ट्रेजरी खोलने की मांग की है।
 
 

Ekta