हिमाचल में पार्टी चिन्ह पर नहीं होंगे पंचायत चुनाव : वीरेंद्र कंवर

punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2020 - 10:55 PM (IST)

हमीरपुर/ऊना (राजीव/सुरेंद्र): हिमाचल प्रदेश में आगामी पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं होंगे। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार ही पंचायत चुनाव होंगे। इस बात की जानकारी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने दी। उन्होंने कहा कि पंचायती राज चुनावों को लोकतांत्रिक तरीके से करवाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयारी कर चुकी है। समयबद्ध पंचायत चुनावों की प्रक्रिया पूर्ण हो, इसके लिए पंचायती राज मंत्री ने सभी विभागों को उचित दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार होंगे चुनाव

वर्तमान में देश व प्रदेश में कोरोना महामारी चल रही है, ऐसे में चुनाव प्रक्रिया विशेष सतर्कता व एहतियात बरतते हुए मुकम्मल की जाएगी। कोरोना महामारी के चलते इस समय जनगणना करना संभव नहीं है। इसी के चलते वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार ही चुनाव करवाए जाएंगे। राज्य में चुनाव आयोग ने पंचायत चुनावों को समय पर करवाने की घोषणा कर दी है।

नवम्बर में आचार संहिता तो दिसम्बर में चुनाव

जिला परिषद अध्यक्ष हमीरपुर राकेश ठाकुर का कहना है कि पंचायती राज चुनाव दिसम्बर माह में निर्धारित समय में होंगे। इसकी घोषणा सरकार ने कर दी है तथा चुनाव 2011 की जनगणना के हिसाब से ही होंगे व आबादी के हिसाब से आरक्षण सहित रोस्टर जारी होगा। उन्होंने कहा कि हमीरपुर की कुल 229 पंचायतों में चुनावों की तैयारियों शुरू हो गई हैं तथा बीडीसी, जिला परिषद की वार्ड बंदी का कार्य पूरा हो गया है और अब वोटर लिस्टों सहित पंचायतों के वार्डों के कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पंचायती राज चुनाव दिसम्बर माह में होंगे और आचार संहिता नवम्बर में लगेगी।

हर पंचायत का रोस्टर बदलेगा

चुनावों में 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, वहीं 15 प्रतिशत सीटें ओबीसी वर्ग के लिए तथा एसटी के लिए आरक्षित होंगी। प्रदेश की 3226 पंचायतों में हर पंचायत में आबादी के मुताबिक आरक्षण मिलेगा। हर पंचायत का रोस्टर बदला जाएगा।

गांव-गांव चर्चाएं शुरू

प्रदेश में पंचायत चुनाव करवाने की कदमताल शुरू हो गई है। कई लोग चुनाव मैदान में उतरने के लिए उत्सुक हो गए हैं। पंचायती राज में पंचायत चुनावों में वार्ड सदस्य, उपप्रधान, प्रधान, बी.डी.सी. सदस्य और जिला पार्षद सदस्य 5 प्रत्याशी मैदान में होते हैं, ऐसे में अब लोग घरों में बैठकर यही कयास लगा रहे हैं कि कौन प्रत्याशी मैदान में होगा और हमारा मुकाबला किस प्रत्याशी के साथ होगा। हर गली, हर घर व हर बाजार में पंचायत चुनावों की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।


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Vijay

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