पंचायत चुनाव सरगर्मियां : यह चाचा तो वो ताऊ, किसको दें समर्थन

Monday, Jan 04, 2021 - 10:59 AM (IST)

धर्मशाला (तनुज सैणी): पंचायत चुनावों के नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में अब हाई-वोल्टेज सिच्युएशन मतदाताओं के सामने क्रिएट हो गई है। गांवों की रिश्तेदारी और आस-पड़ोस में दावेदारों की सूची लंबी होने के चलते गांवों का माहौल बर्फीली हवाओं के बीच भी गर्म बन गया है। गांवों में घर के आमने-सामने ही ग्रामीण संसद के चुनाव को दावेदारी ठोकने वाले उम्मीदवार होने के चलते हर कोई अब खुला समर्थन देने की बात से भी कतराने लगे हैं। गांव में आपसी भाईचारे का माहौल खराब न हो इसके लिए मतदाताओं की चर्चाएं भी फिलहाल गौण हो गई हैं। कई गांवों में स्थिति ऐसी बनी है कि एक ही परिवार में सदस्य आमने सामने हैं तो शरीकी में भी एक दावेदार अपनी चुनाव में ताल ठोंक कर बैठा है। वहीं, नामांकन प्रक्रिया को पूरी करने के बाद दावेदार रिश्तेदारों पर ही दूसरे दावेदार को नामांकन वापस लेने को लेेकर दबाब बनाने की जुगत भिड़ा रहा है। ऐसे में दावेदार पूर्व में उनके हित के लिए किए गए कार्यों का भी हवाला दे रहे हैं। इन बातों के बीच ग्रामीण भी पूरी तरह से फंसा हुआ है कि किस दावेदार को अपना समर्थन दें।

इसके अलावा मतदाताओं द्वारा 6 जनवरी का भी इतंजार किया जा रहा है कि कौन दावेदार अपना नामांकन वापस लेता है और कौन मैदान में डटा रहता है। नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया के उपरांत ही मतदाताओं द्वारा भी अपने समर्थन किस उम्मीदवार को दिया जाने पर विचार करने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि जिला कांगड़ा में पंचायत चुनाव के लिए तीन दिनों तक चली नामांकन प्रक्रिया में 21,989 लोगों ने दावेदारी पेश की है। जिला कांगड़ा में जिला परिषद, पंचायत समिति, पंचायत प्रधान, उपप्रधान व वार्ड पंच के लिए लोगों ने ताल ठोकी है।
 

 

Jinesh Kumar