अमरीका में शोध के लिए इस वैज्ञानिक को मिला ओ.एन.ई.एस. पुरस्कार

Monday, May 06, 2019 - 08:45 PM (IST)

पालमपुर, (मुनीष): अमरीका में सेवाएं दे रहे हिमाचल प्रदेश के एक युवा वैज्ञानिक को अमरीका में आऊटस्टैंडिंग न्यू एनवायरनमैंटल साइंटिस्ट (ओ.एन.ई.एस.) पुरस्कार से नवाजा गया है। हिमाचल के ऊना के रहने वाले योगेश सैनी लुइसियाना में एल.एस.यू. स्कूल ऑफ  वैटर्नरी मैडीसन में पशु चिकित्सा सहायक प्रोफैसर के पद पर कार्यरत हैं। यह पुरस्कार उन्हें ओजोन से होने वाली फेफड़ों की बीमारियों को रोकने के लिए किए जा रहे एक शोध को लेकर मिला है। यह पुरस्कार केवल 5 लोगों को मिलता है, इसमें योगेश सैनी भी एक हैं।

2.7 मिलियन का अनुदान मिला है

इस पुरस्कार के तहत योगेश सैनी को 2.7 मिलियन का अनुदान मिला है, जो उन्हें 5 वर्ष तक इस बीमारी की रोकथाम के लिए किए जा रहे शोध में उपयोग किया जाएगा। योगेश सैनी की शुरूआती पढ़ाई ऊना में ही हुई थी। इसके बाद उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के वैटर्नरी कालेज से स्नातक तथा पंतनगर वि.वि. से स्नाकोत्तर की उपाधि प्राप्त की थी। उसके बाद वह यू.एस.ए. चले गए, जहां 2014 में उन्होंने एल.एस.यू. स्कूल ऑफ  वैटर्नरी मैडीसन में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने इस शोध के लिए फरवरी, 2018 में अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया था।

पुरस्कार बहुत प्रतिस्पर्धा के बाद ही मिल पाता है

 सैनी ने कहा कि यह एक सम्मान की बात है, क्योंकि यह पुरस्कार बहुत प्रतिस्पर्धा के बाद ही मिल पाता है। इसमें काफी लोग आवेदन करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका यह शोध मुख्य रूप से ओजोन के कारण होने वाली फेफड़ों की बीमारी को रोकने के लिए होगा। इसमें फेफड़ों को हानिकारक तत्वों से बचाने वाले सैल को एक दवाई के माध्यम से और सक्रिय कर उन्हें ऐसी बीमारियों से बचाव बारे तैयार किया जाएगा।

Kuldeep