तिब्बत प्रवासी सरकार को मान्यता देने की घोषणा करे भारत : शांता

Monday, Nov 30, 2020 - 05:58 PM (IST)

पालमपुर (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि अमरीका द्वारा तिब्बत की स्वायत्तता के सम्मान की घोषणा और भारत में तिब्बत की प्रवासी सरकार को मान्यता विश्व राजनीति की एक महत्वपूर्ण घटना है। तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांग्ये को पहली बार व्हाइट हाऊस का निमंत्रण और अमरीका के संबंधित मंत्री से बातचीत भी एक महत्वपूर्ण घटना है और प्रवासी तिब्बत सरकार की बहुत बड़ी सफलता है। उन्होंने इसके लिए पूरे विश्व में बैठे तिब्बतियों को बधाई दी और सांग्ये की सराहना की तथा बधाई दी। शांता कुमार ने कहा कि विश्व की राजनीति तेजी से बदल रही है। भले ही चीन एक महाशक्ति बन गया है परंतु कोरोना संकट के बाद चीन पूरी दुनिया में अकेला पड़ रहा है। चीन की विस्तारवादी नीति को इससे बहुत बड़ा धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि भारत को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि आज भारत को सबसे बड़ा संकट चीन से है। चीन एक महाशक्ति बन गया है।

चीन और पाकिस्तान की दोस्ती भारत के लिए और भी बड़ा संकट है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने हिन्दी-चीनी भाई-भाई कहकर मित्रता की बड़ी कोशिश की परंतु चीन ने धोखा दिया। भारत को चीन से अब निपटना ही पड़ेगा और इसके लिए आज का समय सबसे अनुकूल है। इसलिए भारत अतिशीघ्र धर्मशाला में तिब्बत प्रवासी सरकार को विधिवत औपचारिक मान्यता देने की घोषणा करे। जब भारत ने धर्मशाला में सरकार स्थापित होने दी तो परोक्ष मान्यता तो पहले ही है। अब भारत प्रत्यक्ष मान्यता दे। दलाईलामा को भारत रत्न से सम्मानित करे और अमरीका जैसे देशों के सहयोग से संयुक्त राष्ट्र संघ में तिब्बत के विषय को उठाए। यदि अन्य देशों के सहयोग से भारत चीन को निपट लेगा तो पाकिस्तान तो स्वयं ही निपट जाएगा। पाकिस्तान तो कागज का शेर है परंतु चीन के सहयोग से वह बहुत बड़ा संकट है।

Kuldeep