राजनीति में लगातार बढ़ता अपराधीकरण एक बहुत बड़ा संकट : शांता कुमार

Sunday, Feb 16, 2020 - 07:57 PM (IST)

पालमपुर (ब्यूरो): भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि भारत की राजनीति में लगातार बढ़ता अपराधीकरण एक बहुत बड़ा संकट है। इस दिशा में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक और सराहनीय निर्देश दिया है। अब चुनाव के समय पाॢटयों को उम्मीदवारों के सभी आपराधिक मामलों का ब्यौरा निश्चित अवधि में देना पड़ेगा। सर्वोच्च न्यायालय ने सबसे महत्वपूर्ण यह आदेश दिया है कि पार्टियां यह बताए कि दागी उम्मीदवारों को टिकट क्यों दिया। इतना ही नहीं, पार्टियों को यह भी बताना होगा कि उन्होंने किसी बेदाग व्यक्ति को टिकट क्यों नहीं दिया। इस महत्वपूर्ण आदेश के लिए न्यायालय को बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि विधानसभा और लोकसभा जनतंत्र के पवित्र मंदिर हैं। इनकी पवित्रता को बनाए रखना बहुत आवश्यक है। यह दुर्भाग्य का विषय है कि लगभग सभी पार्टियां केवल चुनाव जीतने के लिए अपराधियों को भी टिकट दे रही हैं। सबसे चिंताजनक तो यह है कि बलात्कार और हत्या जैसे अपराधों में फंसे लोगों को भी टिकट दिया जा रहा है। हर बार के चुनाव में अपराधियों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज यह संख्या 43 प्रतिशत हो गई।

1947 से पहले भारत की राजनीति साफ-सुधरी और देश सेवा की थी

 शांता कुमार ने कहा है कि 1947 से पहले भारत की राजनीति साफ-सुधरी और देश सेवा की राजनीति थी, परंतु आजादी के बाद की राजनीति वोट की राजनीति ही नहीं, अपितु सत्ता प्राप्त करने के लिए अपराधियों की भी राजनीति बनने लग पड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति में महात्मा गांधी और श्री दीन दयाल उपाध्याय जैसे नेता हमेशा ईमानदारी, सेवा और नैतिकता की बात करते थे। उन्होंने कहा कि आज से 60 वर्ष पहले जब वे राजनीति में आए थे तो राजनीति केवल सत्ता की नहीं, अपितु नैतिकता और सत्य की थी। मूल्य आधारित राजनीति हमारी पार्टी की निष्ठा थी। भारत की राजनीति में निरन्तर बढ़ते अपराधीकरण को रोकना बहुत आवश्यक है। पाॢटयां तो भूल गईं, परंतु महात्मा गांधी और श्री दीन दयाल उपाध्याय के काम को पूरा करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने बहुत महत्वपूर्ण ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसमें सबसे अधिक जिम्मेदारी जनता की है। पार्टी तो केवल टिकट देती है, वोट तो जनता देती है। ऐसे अपराधी उम्मीदवारों की जनता जमानत जब्त क्यों नहीं करवाती। ऐसे अपराधियों को विजयी बनाने का ही नतीजा भ्रष्टाचार है और उसी के कारण देश संकट में है।   

Kuldeep