गुड़िया कांड की दोबारा जांच अवश्य करवाई जाए : शांता

Monday, Nov 02, 2020 - 06:51 PM (IST)

पालमपुर (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि बेटियों के साथ शर्मनाक अपराध की कहानी कुछ वर्ष पहले हिमाचल के गुड़िया कांड से शुरू हुई। पूरे भारत का चक्कर लगाया कहीं निकिता, कहीं हाथरस। एक नहीं सैंकड़ों बेटियों के साथ भयंकर और शर्मनाक अपराध घटित हुए। पूरा देश शर्मसार है। बेटियां भयभीत हैं। भारत जैसे कन्या का पूजन करने वाले देश के माथे पर इतना बड़ा कलंक का और टीका नहीं लग सकता। हिमाचल के गुडिय़ा कांड से शुरू वह शर्मनाक कहानी पूरे देश का चक्कर काटकर कल फिर हिमाचल के सलूणी में हुए कांड पर पहुंच गई। हिमाचल के इतिहास में गुड़िया कांड पहला ऐसा कांड था, जिसमें जनता ने पुलिस थाना जलाया। पुलिस प्रमुख आई.जी. समेत 7 पुलिस अफसर सालों जेल में रहे, आज भी हैं। उसी प्रकार सलूणी कांड भी पहला ऐसा कांड है, जिसमें विवाह के लिए इंकार करने पर लड़की की हत्या कर दी। इन अपराधों के कारण देवभूमि राक्षस भूमि बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा कारण यह है कि या तो पीड़ितों की शिकायत लिखी ही नहीं जाती या लिखी जाती है तो पूरी ईमानदारी व कुशलता के साथ जांच नहीं हो पाती।

इतना ही नहीं, अदालतों में पहुंचने वाले मामलों में सजा भी बहुत कम अपराधों में होती है। गुडिय़ा कांड के असली अपराधी उसी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं। कल्पना करें जिस परिवार की गुड़िया बेटी के साथ ऐसा व्यवहार हुआ हो, उसी परिवार के सामने उसी गांव के अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं तो उस परिवार के दिल पर क्या बीत रही होगी। उन अपराधियों को खुलेआम देख कर अपराध करने वालों को हौसला मिलता है। मैंने गुड़िया कांड की दोबारा नए तरीके से जांच का सुझाव सरकार को दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फिर आग्रह किया है कि वह जांच अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन ऐसे समाचार पढ़ कर दिल दहल जाता है, शर्म आती है और बेटियों का भविष्य असुरक्षित लगता है। हिमाचल जैसे प्रदेश के आज के समाचार को पढ़ कर बहुत अधिक व्यथित हंू। समझ नहीं आता क्या करूं और कहां भाग जाऊं।

Kuldeep