गुडिय़ा प्रकरण की नए सिरे से हो जांच : शांता कुमार(Video)

Sunday, Dec 08, 2019 - 01:13 PM (IST)

पालमपुर, (भृगु): बहुचॢचत गुडिय़ा प्रकरण की जांच को लेकर दिग्गज भाजपा नेता शांता कुमार ने बड़ा सवाल खड़ा किया है। शांता कुमार ने आशंका जताई कि इस प्रकरण में कुछ बड़े-बड़े परिवारों के लोग शामिल थे तथा उन्हें बचाने के लिए कुछ बड़े लोगों ने साक्ष्यों को वैज्ञानिक ढंग से इस प्रकार से नष्ट करने का कार्य किया कि सी.बी.आई. जैसी एजैंसी भी इसकी तह तक जाने में असफल रही। उन्होंने कहाकि लोग भी यही आशंका जता चुके हैं। शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस सारे मामले की एक बार नए सिरे से जांच करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह प्रकरण हिमाचल के माथे पर कलंक है तथा इसकी तह तक जाना आवश्यक है। शांता कुमार ने कहा कि प्रदेश पुलिस तथा प्रशासन में अनेक योग्य अधिकारी हैं उनकी एक कमेटी बनाकर सारे मामले की जांच करवाई जा सकती है।

परिजनों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा अपना पक्ष

शांता कुमार ने कहा कि लोग अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं हैं तथा कुछ बड़े लोगों के शामिल होने पर शक जता रहे हैं, वहीं परिजनों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष अपना पक्ष भी रखा है। ऐसे में सरकार इस सारे प्रकरण की तह तक जाने के लिए जांच को दोबारा आरंभ करवाए। शांता कुमार के अनुसार लोग जिन लोगों के शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं उनसे कड़ाई से पूछताछ की जानी चाहिए ताकि सच सामने आ सके।उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को लेकर लोगों में गुस्सा रहा है तथा नौबत पुलिस स्टेशन को आग लगाने तक की आ गई। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े पुलिस अधिकारी जेल तक में रहे। ऐसे में दूध का दूध पानी का पानी होना आवश्यक है।

संसद जारी, तुरंत बने कानून

शांता कुमार ने कहा कि गृहमंत्री ने बलात्कार जैसे घिनौने कृत्यों को लेकर कानून बनाने की बात कही है। शांता कुमार ने कहा कि यह बात कहने की नहीं अपितु करने की है। संसद चल रही है तुरंत सरकार कानून लाए तथा इस कानून को पारित कर देश में लागू किया जाए। शांता कुमार ने कहा कि एक के बाद इस प्रकार के घिनौने कृत्य होने से लोगों में रोष है तथा देश रो रहा है। ऐसे में तुरंत कानून बनाए जाने की आवश्यकता है।

प्रेरणा व प्रताडऩा आवश्यक है

शांता कुमार ने कहा कि सरकार में कानून हत्यारों को फांसी दे सकता है उन्हें अच्छा काम करने के लिए प्रेरित नहीं कर सकता। इस हेतु योग्य नैतिक शिक्षा को सरकार आवश्यक विषय के रूप में शामिल करें ताकि समाज संस्कारित हो सके। वहीं उन्होंने कहा कि कड़ा कानून भी आवश्यक है ताकि इस प्रकार के घिनौने कृत्य में शामिल लोगों को सजा दी जा सके।

Kuldeep