पालमपुर गैंगरेप मामला : आरोपियों ने उगले राज, कई वारदातों को दे चुके हैं अंजाम

Wednesday, May 09, 2018 - 01:39 AM (IST)

धर्मशाला: नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप मामले में पकड़े गए आरोपियों ने इस तरह की वारदात को पहली बार अंजाम नहीं दिया बल्कि कई बार इस तरह की वारदातें कर चुके हैं। यह खुलासा आरोपी युवकों ने प्रारंभिक पूछताछ में किया है। हालांकि उक्त 5 आरोपियों में से एक अन्य नाबालिग आरोपी की पिछली हुई वारदातों में संलिप्तता नहीं बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक गोरखपुर से पहुंचे उक्त 3 आरोपियों ने इस प्रकार की अन्य घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूली है।


अविवाहित जोड़ों को बनाते थे निशाना
सूत्रों के मुताबिक उक्त युवकों की गैंग गढ़ माता मंदिर की तरफ जाने वाले अविवाहित जोड़ों के साथ इस प्रकार की घटना कर चुकी है और इनका नैटवर्क इतना सक्रिय था कि यदि कोई भी जोड़ा इस घने जंगल से मंदिर की ओर जाता था तो ये इस तरह की वारदात करने के लिए फिराक में रहते थे। जानकारी के मुताबिक उक्त युवक ऐसे जोड़ों के वीडियो क्लिप बनाते थे तथा उक्त जोड़ों को ब्लैकमेल करते थे। प्रारंभिक पूछताछ में गोरखपुर में पकड़े 3 आरोपियों ने इस बात का खुलासा किया है कि इस प्रकार की आधा दर्जन वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।


कई युवतियों को वीडियो के जरिए कर चुके हैं ब्लैकमेल
आरोपियों ने पूछताछ में यह भी कबूला है कि जिन युवा जोड़ों के साथ यह पहले इस तरह की वारदातें कर चुके हैं, वे लोक-लाज के चलते उक्त वारदातों को सामने नहीं ला सके। उक्त आरोपियों ने यहां तक बात कबूली है कि वे कई युवतियों को वीडियो के जरिए लम्बे समय तक ब्लैकमेल करते थे। सूत्रों की मानें तो उक्त आरोपी परौर से गढ़ माता मंदिर जाने वाले हर युवा जोड़े पर नजर रखते थे और जैसे ही कोई युवा जोड़ा इन आरोपियों में से किसी के भी सामने से गुजरता था तो गैंग के दूसरे सदस्यों के साथ सांझा कर लेते थे। इसके बाद यह वीडियो क्लिपिंग के चलते युवा जोड़ों को ब्लैकमेल करके वारदात को अंजाम देते थे। उक्त मामले में मंगलवार को आरोपियों को जंगल में ले जाकर पुलिस ने स्पॉट विजिट करवाया। पुलिस रिमांड के बाद उक्त आरोपियों की शिनाख्त परेड न्यायिक हिरासत के दौरान पीड़िता द्वारा करवाई जाएगी।


मामला उजागर होने के बाद छोड़ी देवभूमि
बता दें कि आरोपी 27 अप्रैल को पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद जिला कांगड़ा से फरार हो गए थे, जिसके बाद वे कपूरथला में अपने मित्र अश्वनी के संपर्क में रहे। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इससे पहले हुई वारदातों में कपूरथला का आरोपी संलिप्त रहता था। 28 अप्रैल को उक्त आरोपियों ने कपूरथला में काम करने वाले अपने गांव के मित्र से पैसा व सिम लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली होते हुए हरिद्वार व हरिद्वार होते हुए काठमांडू से 30 अप्रैल को नेपाल तथा नेपाल से फिर एक मई को काठमांडू होते हुए यू.पी. के सलौनी बॉर्डर में रात गुजारी थी। एस.आई.टी. के हत्थे चढऩे से पहले उक्त आरोपियों ने 3 व 4 मई को खलीलाबाद में मजदूरी का काम करते हुए 5 ट्रक नमक की बोरियां उतारीं तथा दिल्ली जाने की फिराक में पुलिस के हत्थे चढ़ गए।


एस.आई.टी. के काम से खुश दिखे एस.पी.
नाबालिग लड़की के साथ हुए ब्लाइंड रेप मामले में गठित की गई एस.आई.टी. ने 8 दिनों तक इस मामले में दिन-रात मेहनत करके आरोपियों को गोरखपुर से पकड़ा। इस ब्लाइंड रेप मामले में एस.आई.टी. की भूमिका को देखते हुए एस.पी. कांगड़ा संतोष पटियाल ने 4 पुलिस कर्मी एस.आई. अजीत सिंह, हैड कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल प्रवीण व ललित कुमार को इस कार्य के लिए प्रशंसा की तथा उक्त ब्लाइंड केस में पुलिस कर्मियों की मेहनत के लिए डी.जी. से बातचीत करके डी.जी. अवार्ड व उचित ईनाम देने की सिफारिश करने की बात कही है।

Vijay