दर्दनाक : एक साथ जलीं 3 चिताएं, शोक में डूबा गांव

Saturday, Sep 02, 2017 - 01:03 AM (IST)

बिलासपुर: उन्हें क्या पता था कि जिस शोक को प्रकट करने के लिए वे स्योहला जा रहे हैं। वही शोक प्रकट करने के लिए अब लोगों को उनके घर आना पड़ेगा। पट्टा गांव के एक ही परिवार के 5 सदस्य अपने किसी रिश्तेदार की मृत्यु पर शोक प्रकट करने के लिए घर से कार के माध्यम से स्योहला को निकले और करीब 5-6 किलोमीटर का सफर तय करते ही साथ लगती पहाड़ी से निकला एक तेज रफ्तार बड़ा पत्थर उनका काल बन गया। इस दुर्घटना में कृष्ण लाल व उसकी पत्नी बिमला देवी तथा सुखदेई की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पट्टा गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण घटना स्थल की ओर दौड़े तथा अपनों का हालचाल जानने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे। 

8 माह पहले बीमारी से हो चुकी है जवान बेटे की मौत
बताया जा रहा है कि हादसे में मारे गए कृष्ण लाल व बिमला देवी के जवान बेटे की करीब 8 माह पहले किसी बीमारी की वजह से मौत हो चुकी है तथा अब दोनों बजुर्गों की मौत के बाद घर में केवल उनकी बहू व करीब 8 माह की पोती ही रह गई है। इस हादसे का शिकार हुई बिमला व सुखदेई सगी बहनें बताई जा रही हैं जबकि गंभीर रूप से घायल हुई माया देवी मृतक कृष्ण लाल की भाभी है।

पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार 
ग्राम पंचायत कल्लर की प्रधान सोमा देवी ने बताया कि मृतकों का उनके पैतृक गांव स्थित श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया, वहीं श्रीयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रणधीर शर्मा ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है तथा मृतकों की आत्मा की शांति की कामना की है। उन्होंने इस सड़क पर और भू-स्खलन होने की संभावना जताते हुए जिला प्रशासन से व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग की है ताकि दोबारा ऐसी दुर्घटना न घट सके।