बड़सर की सड़कों पर ओवर स्पीड का खेल, बाइकर्ज की दहशत से लोग परेशान

Wednesday, Aug 01, 2018 - 03:35 PM (IST)

बड़सर: बड़सर उपमंडल की सड़कों पर युवा बाइकरों की ओवर स्पीड से राहगीर दहशत में हैं। लगातार दुर्घटनाओं को न्यौता देती आ रही इन बाइकरों की स्पीड कम होने का नाम नहीं ले रही है। युवाओं के अंदर तेज रफ्तार से बाइक चलाना शान व शौक बन गया है। युवा बाइकर बाजारों में एक छोर से दूसरे छोर तक दनादन तेज रफ्तार से बाइकों को दौड़ा रहे हैं। यही कारण है कि गत दिनों मैहरे पैट्रोल पंप के नजदीक एक महिला की बाइक की चपेट में आने से मौत हो गई थी। यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी बाइकरों की तेज रफ्तारी के कारण कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है।


रेस में नाबालिग भी पीछे नहीं
गत दिनों मैहरे बाजार में ट्रिप्पल राइडिंग कर रहे बाइकरों ने एक चिकित्सक  को टक्कर मारकर उनकी टांग तोड़ दी थी लेकिन इन युवा बाइकरों पर अंकुश लगाने पर कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। युवा बाइकर्स में कई नाबालिग भी हैं तथा इनके पास लाइसैंस तक नहीं हैं। बिना लाइसैंस व बिना हैल्मेट के इन युवाओं को सुबह व शाम बाजारों में तेज गति से बाइक दौड़ाते हुए देखा जा सकता है। इन युवा बाइकरों द्वारा नियमों का सरेआम उल्लंघन किया जा रहा है लेकिन उन्हें पूछने वाला कोई भी नहीं है।


अभिभावक भी जिम्मेदार
कई अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों को खुली छूट दी गई है, जिस कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं, अत: वे भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। स्थानीय लोगों संजय कुमार, राजेश कुमार, अजय कुमार, विपिन कुमार, राजेंद्र कुमार, कमलेश कुमार, अनिल कुमार, पवन कुमार तथा संतोष कुमार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसे बाइकरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। नाबालिग बाइकरों के चालान काटने के साथ ही उनकी बाइक को जब्त किया जाए।


चालान करने तक सीमित है पुलिस
विदित रहे कि उपमंडल के तहत आने वाले बड़सर, मैहरे, बिझड़ी, चकमोह, सलौणी व गारली सहित अन्य क्षेत्रों में दर्जनों बाइकरों को तेज रफ्तार से जाते हुए देखा जा सकता है लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक कड़ी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। कालेज में पढऩे वाले अधिकतर छात्रोंं को बाइक चलाने का शौक चढ़ा है तथा इन्हें तेज रफ्तार से बाइक चलाते हुए देखा जा सकता है। इन युवाओं में कई ऐसे बाइकर हैं, जिनके पास लाइसैंस तक नहीं है तथा हैल्मेट का प्रयोग तक नहीं करते हैं। नाबालिग युवाओं द्वारा ट्रिप्पल राइडिंग की जा रही है। क्षेत्र में बाइकरों की तादाद दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इससे किसी अप्रिय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा कानून का उल्लंघन करने वालों के चालान काटने का हवाला दिया जाता है लेकिन दिन-प्रतिदिन बढ़ती दुर्घटनाएं पुलिस के दावों को खोखले साबित कर रही हैं।


बच्चों को समझाएं जिंदगी की कीमत
डी.एस.पी. बड़सर जसवीर ठाकुर ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ  पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ऐसे वाहन चालकों पर पैनी नजर रख रही है और उनके चालान भी काट रही है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को खुली छूट न दें और दूसरों की जिंदगी की कीमत समझाएं।

Vijay