अस्पताल में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आऊटसोर्स सफाई कर्मचारी, जानिए क्यों

Saturday, Jun 10, 2017 - 06:44 PM (IST)

बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में सफाई कार्य में लगे आऊटसोर्स कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। इन कर्मचारियों ने ठेकेदार के बिलासपुर में तैनात एक सुपरवाइजर पर आऊटसोर्स महिला कर्मचारियों से कथित अभद्र व्यवहार, अश्लील हरकतें, शोषण और अकारण तंग व प्रताडि़त करने तथा नौकरी से निकाल देने की धमकियां देने आदि पर यह हड़ताल शुरू की है। क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में ठेकेदार के माध्यम से सफाई कार्य में लगी मंजू, चंपा देवी, अनीता देवी, नीना देवी, सीमा देवी, राज कुमारी व वनीता देवी आदि महिलाओं ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल में 33 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। 

सुपरवाइजर पर लगाया अश्लील हरकतें करने का आरोप
महिलाओं का आरोप है कि हर रोज सुबह संबंधित ठेकेदार का एक सुपरवाइजर उनसे अभद्र व्यवहार करता है और विरोध करने पर उन्हें नौकरी से निकाल देने और अकारण वेतन काट लेने की धमकी देता है। महिलाओं का यह भी आरोप है कि उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जाता और न ही बीमार होने पर तथा घर में किसी अनहोनी घटना होने पर छुट्टी दी जाती है तथा छुट्टी करने पर पैसा काट लिया जाता है। इन महिलाओं ने सुपरवाइजर पर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है। 

न्याय नहीं मिला तो उठाए जाएंगे कठोर कदम 
महिलाओं का कहना है वे 20-25 वर्षों से इसी अस्पताल में निरंतर अपनी ड्यूटी देती आ रही हैं। ठेकेदार द्वारा उनसे 4 गुना काम लिया जा रहा है लेकिन वेतन बहुत ही कम दिया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा यह ठेका 5 लाख 40 हजार रुपए प्रतिमाह लिया जा रहा है जबकि सफाई कर्मचारियों को मात्र 5280 रुपए प्रति व्यक्ति प्रतिमाह ही दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी विषयों पर वे शीघ्र ही डी.सी. बिलासपुर, श्रम अधिकारी बिलासपुर, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे और यदि इसके बाद भी हड़ताली कर्मचारियों को न्याय नहीं मिला तो कठोर कदम उठाए जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

सारे आरोप बेबुनियाद : सुपरवाइजर
उधर, इस बारे में क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत ठेकेदार के सुपरवाइजर सुनील कुमार ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं। सफाई ठेकेदार भूपेश जनारथा ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को साढ़े 7 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इनका ई.पी.एफ. काटकर 6300 रुपए कैश दिए जाते हैं तथा 6 घंटे ही काम लिया जाता है। उन्होंने बताया कि 2 महिलाएं माहौल को खराब करने का प्रयास कर रही हैं।