DPC को लेकर KCC बैंक बोर्ड और प्रबंधन आमने-सामने, प्रस्तावित परीक्षा को रोकने के दिए आदेश
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 09:58 PM (IST)
धर्मशाला (जिनेश): केसीसी बैंक में कर्मचारियों की पदोन्नति को लेकर होने वाली डीपीसी (डिपार्टमैंटल प्रमोशन कमेटी) को लेकर बैंक के बोर्ड और प्रबंधन आमने-सामने आ गए हैं। बैंक प्रबंधन की ओर से बैंक के कर्मचारियों को दी जाने वाली डीपीसी के लिए 8 सितम्बर को आईबीपीएस से परीक्षा प्रस्तावित थी। बुधवार को निदेशक मंडल ने आईबीपीएस से परीक्षा करवाने के लिए रोक लगा दी है। बुधवार को बैंक की बीओडी रखी गई थी जिसकी अध्यक्षता बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया ने की। इस दौरान कर्मचारियों की डीपीसी की होने वाली परीक्षा के लिए प्रस्ताव रखा गया था।
निदेशक मंडल का तर्क था कि जब डीपीसी के लिए परीक्षा ही करवानी है तो बैंक अपने ही स्तर पर करवाए न कि किसी एजैंसी से। एजैंसी से परीक्षा करवाने से बैंक को धन राशि देनी होगी जबकि अपने स्तर पर परीक्षा करवाने से इस धन राशि की बचत होगी। इसको देखते हुए 8 सितम्बर को होने वाली डीपीसी की परीक्षा पर निदेशक मंडल ने रोक लगा दी। वहीं निदेशक मंडल ने यह भी प्रस्ताव पारित किया कि बैंक के एनपीए को कम करने के लिए अब जीएम स्तर के अधिकारियों को भी फील्ड में उतारने का फैसला लिया है जिसमें बैंक के दोनों जीएम भी डिफाल्टरों से रिकवरी करेंगे।
बोर्ड ने बैंक कर्मचारियों को एक्सग्रेसिया देने का भी निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित किया है। अभी यह किस स्तर पर मिलेगा इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। सहकारी सभाओं में जमा धन राशि पर मिलने वाले ब्याज में भी .25 प्रतिशत की बढ़ौतरी बोर्ड द्वारा की गई है। उधर बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया ने बताया कि डीपीसी के लिए होने वाली परीक्षा को रोकने का प्रस्ताव पारित किया गया है तथा अब यह परीक्षा बैंक प्रबंधन अपने स्तर पर करवाएगा। वहीं बैंक के बढ़ते हुए एनपीए के चलते दोनों जीएम को रिकवरी करने के लिए फील्ड में उतरने को कहा है। कर्मचारियों को एक्सग्रेसिया देने के निर्णय से साथ सहकारी सभाओं की जमा धन राशि पर .25 प्रतिशत ब्याज देने की बढ़ौतरी का निर्णय लिया है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here